महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर
किसान संयुक्त मोर्चा का..
"विशाल ट्रैक्टर मार्च"
देश का अन्नदाता इन दिनों सरकार के सरकारी फरमानों से खासा नाराज है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा बनाए गए नए तीन कृषि कानून के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली में किसानों का वृहद आंदोलन चल रहा है पिछले 65 दिनों से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसानों का आंदोलन अनवरत जारी है और अब धीरे-धीरे देश के कोने कोने में किसानों का यह आंदोलन अपार जन समर्थन जुटाता जा रहा है।
किसानों के समर्थन में जबलपुर में हुआ प्रदर्शन
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में भी किसानों के समर्थन को लेकर आवाजें बुलंद होने लगी है यही कारण है कि दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के समर्थन में जबलपुर में भी किसान संयुक्त मोर्चा का गठन किया गया है। जिसमें कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल शामिल हुए हैं। जो दिल्ली में चल रहे आंदोलन के समर्थन में जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए ना केवल अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्य सरकार पर दबाव बनाने का भी प्रयास कर रहे हैं।
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महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर निकला विशाल ट्रैक्टर मार्च
जबलपुर जिले में नवगठित संयुक्त किसान मोर्चा ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि यानी 30 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला। जिसमें जिले के ग्रामीण अंचलों से आए सैकड़ों की तादाद में ट्रैक्टर विजय नगर क्षेत्र में जमा हुए और इसके बाद सैकड़ों ट्रैक्टर पर सवार किसानों ने शहर के विभिन्न मार्गो पर अपना मार्च निकाला।
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शहीद स्मारक में सभा में तब्दील हुआ ट्रैक्टर मार्च
कृषि बिल कानून के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों का ट्रैक्टर मार्च शहर के शहीद स्मारक की तरफ बढ़ने लगा... लगभग 3 घंटे के मार्च के बाद किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ शहीद स्मारक पर पहुंचे, जहां यह मार्च एक सभा में तब्दील हो गया... इस दौरान बड़ी तादाद में किसान और राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में तीन नए कृषि बिल वापस लेने की मांग की..
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राष्ट्रपति के नाम खून से लिखा हुआ पत्र सौंपा
किसान संयुक्त मोर्चा द्वारा आयोजित किए गए विशाल ट्रैक्टर मार्च और आम सभा के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई इस दौरान किसानों का उत्साह देखते ही बना कार्यक्रम के पूर्व नियोजित अगले चरण में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों द्वारा देश के राष्ट्रपति के नाम एक खूनी खत प्रेषित किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति के नाम पर किसानों ने अपने खून से एक पत्र लिखा है जिसमें तीनों कृषि कानून बिलों को वापस लेने की मांग की गई है। यह पत्र अधिकारियों के माध्यम से राष्ट्रपति के पास भेजा गया है।
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किसान संयुक्त मोर्चा के संयोजक ने दी जानकारी
दुर्गेश पटेल-संयोजक-संयुक्त किसान मोर्चा |
संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक दुर्गेश पटेल ने बताया अब महाकौशल में भी किसान आंदोलन प्रारंभ हो गया है जो कि नए तीन कृषि बिल कानून वापस लिए जाने तक जारी रहेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि शहर के तमाम क्षेत्रों और ग्रामीण अंचलों में किसान आंदोलन जारी रहेगा जहां उनके संगठन के लोग लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में किसान आंदोलन करेंगे और शांतिपूर्ण ढंग से धरने देंगे। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि जब तक कि केंद्र सरकार तमाम कृषि कानून को वापस नहीं ले लेती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
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