सरपंच सचिव की जोड़ी का कमाल..
कब्रिस्तान की भूमि पर बना दिया पीएम आवास..
(ब्यूरो रिपोर्ट-छपारा-सिवनी)
ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार और लापरवाही बरते जाने के कई कैसे आपने सुने होंगे लेकिन कभी कब्रिस्तान में किसी को सरकारी मकान दिए जाने का कारनामा आज से पहले आपने कभी भी नहीं सुना होगा ।
जी हां...चौकिये मत..यह बात सौ फीसदी सच है.. कब्रिस्तान में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक हितग्राही को सरकारी मकान बनवा कर दिया गया है और इस हितग्राही पर सरपंच और सचिव की कुछ ऐसी अनुकंपा है की सारे नियम कानून ताक पर रखते हुए उसके आशियाने को तैयार करवाया गया।
वैसे तो भ्रष्टाचारियों की नजर शुरू से ही सरकारी जमीनों को हड़पने में लगी रहती थी लेकिन अब भ्रष्टाचार की भूख कुछ इस कदर बढ़ गई है की मुर्दों के हक की जमीन को भी हड़पने की साजिशें शुरू होने लगी है और हो भी क्यों ना.... क्या कभी मुर्दे भी शिकायत किया करते हैं..???
जानिए कहां का है पूरा मामला..??
मामला मध्य प्रदेश के सिवनी जिले की जनपद पंचायत छपारा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत तेदनी का है । जहां सरपंच और सचिव की भ्रष्ट जोड़ी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है। जिसे देख और सुन कर सभी लोग हैरान हैं।दरअसल कब्रिस्तान की भूमि पर जहां कई मुर्दे दफन है, उसी के पास पीएम आवास स्वीकृत कर पीएम आवास का मकान बनवा दिया। जिसको लेकर ग्राम पंचायत सरपंच की ओर से 30.12.2020 एक प्रमाण पत्र पीएम के हितग्राही कमलेश बंशकार पिता घनश्याम बंशकार को देते हुए यह कहा गया है,S कि गांव की अल्पसंख्यक वर्ग के द्वारा पंचनामा के आधार पर 28×23 फुट जमीन पर प्रदाय की गई है जिसके आधार पर कमलेश बंशकार के द्वारा शिव कृति दी गई है। उक्त जमीन के अंदर ही अपना निस्तार करेगा इस बात का उल्लेख पंचनामा में किया गया है। इसके अलावा कब्रिस्तान की जमीन पर आगे नहीं बढ़ेगा जिस पर उपस्थित जनों का पंचनामा बनाया गया है जिस पर सरपंच लक्ष्मीबाई रोजगार सहायक ईश्वर सिंह ठाकुर , और सचिव के हस्ताक्षर हैं।
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पहले किया अवैध कब्जा..फिर लगवा दिया सरकारी ठप्पा...
अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की माने तो हितग्राही द्वारा पहले कब्रिस्तान की भूमि में जबरन कब्जा कर झोपड़ी बनाई गई थी। और फिर धीरे धीरे कब्रिस्तान की जमीन हथियाने की साजिश की शुरुआत हुई।वहीं जिम्मेदारों से साठगांठ के चलते उक्त झोपड़ी को हटाने की बजाय सरपंच और रोजगार सहायक और सचिव के द्वारा संरक्षण देते हुए कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा जाना हटाते हुए उसी स्थान पर पीएम आवास स्वीकृत कर दिया गया।
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कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा कर रहा हितग्राही....
गौरतलब हो कि यह पूरा मामला तहसील न्यायालय में भी चला। बाद में पंचनामा में पंचायत के द्वारा शर्त रखते हुए पीएम आवास बना दिया गया। जबकि अब उन शर्तों का उल्लंघन करते हुए कब्रिस्तान की भूमि पर मकान बनाने के बाद और उसके पीछे की भूमि पर अब पीएम आवास बनाने वाले कमलेश पिता घनश्याम बंशकार कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जा कर रहा है। जिससे अब लोगों में आक्रोश पनप रहा है। वहीं ग्राम पंचायत सरपंच और रोजगार सहायक और सचिव सवालों के घेरे में हैं जब कब्रिस्तान की भूमि आरक्षित है उस भूमि पर आखिर क्यों पीएम आवास स्वीकृत किया गया.
सीएम हेल्पलाइन की शिकायत भी पी गए अधिकारी...
इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता कब्रिस्तान कमेटी के वाहिद खान पिता वहीद फारुख पिता नकीर खाना मामले को लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई लेकिन अब तक कार्यवाही नहीं की गई है ना ही कब्रस्तान से कोई अतिक्रमण हटाया गया है बल्कि अधिकारियों के द्वारा आश्वासन देकर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत बंद करवा दी गई अब जबकि अतिक्रमण कर्ताओं के हौसले बुलंद हैं ऐसे में कहां जाकर गुहार लगाएं।
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जानिए क्या कहते है जिम्मेदार..??
इनका कहना है
कब्रिस्तान में पीएम आवास दिए जाने का मामला विकास की कलम के द्वाराउठाये जाने पर छपारा तहसीलदार ने जानकारी देते हुए कहा कि
"तेदनी ग्राम पंचायत के कब्रिस्तान में पीएम आवास बनाने के मामले में स्थगन जारी किया गया है। कार्यवाही की जाएगी- नितिन गौड तहसीलदार छपारा"
वहीं इस पूरे मामले में विकास की कलम के प्रतिनिधि से चर्चा के दौरान जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि
"इस पूरे मामले को लेकर जनपद पंचायत छपारा सीईओ को आदेश किया गया है इस मामले की जांच कर रिपोर्ट भेजी जाए और कब्रिस्तान से अतिक्रमण हटाया जाए-सुनील दुबे जिला पंचायत सीईओ"
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