"सोशल मीडिया पॉवर"
ट्रेन की लेटलतीफी से छूट रहा था छात्रा का एग्जाम..
ट्वीट मिलते ही रेलवे ने दौड़ाई गाड़ी
ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण होने वाली दिक्कतों की खबरें तो आती ही रहती हैं। कभी किसी की कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती है तो कभी लोग जरूरी काम नहीं कर पाते। ट्रेन की देरी के कारण छात्रों की परीक्षा छूटने की खबरें भी आती रहती हैं। वाराणसी में बुधवार को इससे उलट मामला सामने आया। एक छात्रा को वाराणसी परीक्षा देने आना था। ट्रेन के देरी से चलने के कारण उसे परीक्षा छूटने का डर सताने लगा। छात्रा ने रेलवे को इस बारे में ट्वीट कर दिया। ट्वीट मिलते ही रेलवे हरकत में आया और ट्रेन को स्पीड में दौड़ाकर छात्रा को समय से वाराणसी पहुंचा दिया।
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गाजीपुर की नाजिया तबस्सुम का डीएलएड बैक पेपर का परीक्षा केंद्र वाराणसी के वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज में था। बुधवार दोपहर में उसकी परीक्षा थी। नाजिया ने छपरा वाराणसी सिटी एक्सप्रेस में मऊ से उसने रिजर्वेशन कराया था। मऊ में सुबह 6:25 बजे ट्रेन को पहुंचना था लेकिन ट्रेन दो घंटे 53 मिनट की देरी से 9:18 बजे पहुंची। ऐसे में नाजिया के भाई अनवर जमाल ने रेलवे को ट्वीट कर ट्रेन के लेट होने से परीक्षा छूटने की जानकारी दी। बताया कि उनकी बहन का 12 बजे से एग्जाम है। ट्रेन की देरी के कारण परीक्षा छूट जाएगी। ट्वीट मिलते ही रेलवे ने उनका मोबाइल नंबर मांगा और जल्द व्यवस्था की बात कही।
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रेलवे ने की यह व्यवस्था
रेलवे की तरफ से उनसे मोबाइल पर संपर्क कर परीक्षा के बारे में जानकारी हासिल की गई। उनको समय से पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इसका असर यह हुआ कि जो ट्रेन मऊ तक लगभग तीन घंटे लेट थी, वह केवल दो घंटे की देरी से 11 बजे वाराणसी सिटी पहुंच गई। परीक्षा केंद्र पहुंचने पर अनवर ने रेलवे को दोबारा ट्वीट कर आभार जताया। इस बारे में एनईआर के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि नियमानुसार परीक्षार्थी की मदद की गई। बलिया- फेफना रेलखंड पर प्रस्तावित स्पीड ट्रायल के चलते ब्लॉक लिया गया था। मॉनीटरिंग करते हुए ट्रेन की पंक्चुअलिटी को मेकप किया गया।
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