महाकाल के आंगन में हुआ होलिका दहन...
पहली बार श्रद्धालु नहीं हुए शामिल, रंग खेलने पर भी रहा प्रतिबंध
उज्जैन में सबसे पहले महाकाल के आंगन में होलिका दहन हुआ लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि श्रद्धालु शामिल नहीं हुए। शहर में होलिका पूजन रविवार शाम को होगा और दहन सोमवार सुबह किया जाएगा। हालांकि कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन जारी होने से होली की परंपराएं प्रतीकात्मक रूप से ही हुई वही। लॉकडाउन होने से इस दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहा। सबसे पहले महाकालेश्वर के साथ होली मनाई गयी । भगवान को सांध्य आरती व शयन आरती में गुलाल लगाया गया और सोमवार तडक़े होने वाली भस्मआरती में भी गुलाल रंग-गुलाल चढ़ेगा। कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के कारण मंदिर समिति पुजारियों को सीमित मात्रा में हर्बल गुलाल उपलब्ध कराया गया । इसके अलावा कोई भी पुजारी-पुरोहित व बाहर से रंग-गुलाल लेकर गर्भगृह में प्रवेश नहीं किया मंदिर समिति ने मंदिर परिसर में एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाने पर भी रोक थी केवल गर्भगृह में परंपरा अनुसार भगवान को ही रंग-गुलाल लगाया गया। साथ ही मंदिर में अब सोमवार सुबह 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। रविवार को कोरोना लॉकडाउन होने से सभी अनुमतियां निरस्त कर दी हैं। मंदिर में केवल पूजन करने वाले पुजारी-पुरोहित व ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ही प्रवेश करेंगे। दर्शनार्थियों के लिए मंदिर अब सोमवार सुबह 6 बजे से खुलेगा।
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