आखिर खुल गया..अधजली लाश का राज..
बहु पर गंदी नज़र रखने वाले पिता को...
खुद बेटे ने उतारा था मौत के घाट....
अपनी बहू पर गंदी निगाहें रखना एक ससुर को इतना भारी पड़ा कि उसके अंधे कत्ल की इबारत खुद उसके ही बेटे ने लिख डाली।
यह सनसनीखेज मामला जबलपुर के बरगी थाना क्षेत्र के सामने आया जहां बरगी पुलिस को 28 मार्च की दोपहर यह सूचना मिली थी कि गढ़ गोरखपुर बीट के जंगलों में एक शव अधजला पड़ा हुआ है ।
सूचना मिलने पर थाना स्टाफ सहित खुद पुलिस कप्तान भी मौके पर पहुंचे थे और घटनास्थल का मुआयना कर एक मुकदमा दर्ज किया गया था । प्रथम दृष्टया पुलिस ने यह आशंका जताई की शख्स की हत्या कर उसकी पहचान छुपाने के उद्देश्य से शव को जला दिया गया । इस अंधे हत्याकांड का खुलासा करने पुलिस कप्तान द्वारा अलग-अलग टीमों का गठन कर दिया गया।
देहात थाना समेत सिवनी पुलिस से भी इस मामले में पूछताछ की जाती रही । बाद में सिवनी जिले के घुंसोर स्थित ग्राम बरोदा माल में 52 वर्षीय शैल पटेल की गुमशुदगी की शिकायत सामने आई । बरगी पुलिस तत्काल परिजनों के समक्ष पहुंची और शव कि शिनाख्तगी के लिए परिजनों को बुलाया जो शैल पटेल ही निकले। मृतक की पत्नी रमाबाई ने पुलिस को बताया कि 26 तारीख को उनके पति शैल कुमार पटेल को आयुष शर्मा उर्फ छोटू मनोज उर्फ पंडा अपने साथ मोटरसाइकिल में बैठा कर ले गए थे और उसके बाद से ही शैल कुमार घर वापस नहीं लौटे। पुलिस आयुष शर्मा और मनोज की लगातार सरगर्मी से तलाश कर रही थी इस बीच दोनों को अभिरक्षा में लेकर जब पूछताछ की गई तो इस पूरी बात का खुलासा हुआ कि ये हत्या मृतक के बेटे ने ही रची थी। आरोपियों ने बताया कि उनके ही गांव में रहने वाले प्रमोद पटेल ने उनसे अपने पिता के कत्ल के एवज में 50 हज़ार रुपये देने की बात कही थी और एडवांस में 15 हज़ार की राशि दे दी गई । जिसके बाद आरोपियों ने पहले मोटरसाइकिल से मृतक को अपने साथ बिठाया और फिर बातों में उलझा कर उन्हें घंसौर चौक से एक कार में बिठाया और कार में ही मारपीट कर गला घोंट हुए हत्या कर दी । साक्ष्य मिटाने के लिए आरोपियों ने बरगी थाना अंतर्गत जंगल की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते में मृतक शैल पटेल का शव फेका और आसपास की झाड़ियों को इकट्ठा कर शव को आग लगा दी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी प्रमोद पटेल ,राहुल यादव, राहुल नेमा ,मनोज और आयुष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।