चोरी की बिजली से रोशन हो रहा शहर
निगम नहीं चुका रहा बिजली बिल
शहर के हर आम आदमी को यह बात पता है कि यदि उसका बिजली का बिल महज ₹2000 बकाया हो तो विभाग के अधिकारी बिना किसी नोटिस के उसके घर की बिजली काट देते हैं लेकिन क्या हो जब ₹21 करोड़ का बिजली बिल बकाया हो और बिजली बिल चुकाना तो दूर की बात धड़ल्ले से सबकी आंखों के सामने बिजली की चोरी की जा रही हो।
जी हां ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से सामने आया है जहां जबलपुर शहर को संचालित करने वाला नगर निगम खुद सवालों के घेरे में आकर खड़ा हो गया जिस पर ना केवल बिजली चोरी करने का आरोप लगा है बल्कि अभी तक निगम ने विभाग के 21 करोड़ रुपए का बकाया बिजली बिल भी नहीं चुकाया है और अब इस पूरे वाक्ये को लेकर बिजली विभाग के अधिकारी सख्ती बरतने के मूड में आ चुके हैं।
आपको बता दें कि जबलपुर बिजली विभाग द्वारा बार-बार नगर निगम जबलपुर को नोटिस देने के बावजूद भी नगर निगम द्वारा करीब 21 करोड़ों पर बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जा रहा है जिसे लेकर अब बिजली विभाग ने शहर की स्ट्रीट लाइट और पंपों के कनेक्शन काटने का निर्णय लिया है। जिसका सीधा असर शहरवासियों पर होगा और ना केवल शहर की सड़को पर अंधेरा छा जाएगा बल्कि वाटर पंप की सप्लाई बंद होने के चलते शहर का नागरिक बूंद बूंद पानी को भी तरस जाएगा।
चोरी की बिजली से रोशन हो रहा शहर
आपको जानकर ताज्जुब होगा की स्मार्ट सिटी की दौड़ में हिचकोले खा रहा जबलपुर शहर चोरी की बिजली से रोशन हो रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर की 32 सौ स्ट्रीट लाइटें जो कि शहर के प्रमुख चौराहों और गलियों को रोशन कर रही हैं चोरी की बिजली से 24 घंटे जलाई जा रहे हैं। इन स्ट्रीट लाइटों का कनेक्शन अवैध तरीके से जोड़ा गया है। जिसका रिकॉर्ड विद्युत विभाग के पास भी नहीं है और अब इस मसले को लेकर भी विद्युत विभाग के आला अधिकारी संबंधित क्षेत्र के निगम अधिकारियों के विरुद्ध चोरी का प्रकरण दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं।
चोरी की बिजली से 52 पंपों का संचालन
विद्युत विभाग की जांच में एक बात और सामने आई है जिसने विभाग के आला अधिकारियों के कान खड़े कर दिए हैं आपको बता दें कि निगम द्वारा शहर की जनता को पानी पहुंचाने के लिए जो पंपों की व्यवस्था की है उनमें से 52 पंपों में डायरेक्ट बिजली कनेक्शन किया गया है या फिर आम बोलचाल की भाषा में से समझे तो चोरी की बिजली से इन 52 पंपों का संचालन किया जा रहा है।
कभी भी हो सकती है बड़ी कार्यवाही
बिजली विभाग के अधिकारियों की माने तो ऐसे जल संयंत्र व स्ट्रीट लाइट जिनमें विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन दिया गया है उनका बिजली का बिल ₹210000000 बकाया है जिसे नगर निगम जबलपुर नहीं चुका रहा है इतना ही नहीं 52 पंपों में भी विद्युत के कनेक्शन वैध तरीके से नहीं लिए गए अब इन सब को लेकर विद्युत विभाग नगर निगम जबलपुर के खिलाफ कार्यवाही करने का मन बना चुका है विद्युत विभाग की माने तो संबंधित निगम अधिकारी पर बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किया जा सकता है इसके साथ ही बकाया बिल ना चुकाने की एवज में कनेक्शन भी काटे जा सकते हैं।