आबकारी की लापरवाही से गई सिंडिकेट कर्मचारी की जान..
घटना के तत्काल बाद आबकारी की टीम मौके से गायब..
ग्वालियर,मध्यप्रदेश
आबकारी विभाग के छापे के दौरान सिंडिकेट का कर्मचारी ट्रेन के नीचे आया, कच्ची शराब की सूचना पर आबकारी की टीम दबिश देने जलालपुर इलाके में पहुँची थी, मृतक के परिजनों का आरोप, आबकारी कर्मचारियों ने रेल की पटरी पर कच्ची शराब की कट्टी ढोने का बनाया था दबाव।
शराब की कट्टी ले जाते हुए ट्रेन से टकराकर हुई सिंडिकेट के कर्मचारी राजेश सोनी की हुई मौत,
कर्मचारी को सहायता के लिए लेकर गई आबकारी की टीम मौके से हुई गायब।
आरपीएफ और पुरानी छावनी पुलिस मौके पर, जाँच के बाद मामले का होगा खुलासा।
ग्वालियर में अवैध तरीके से शराब सिंडिकेट के साथ गए एक युवक की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत हुई हो गई। शराब सिंडीकेट के लोग आबकारी पुलिस को अपने साथ जलालपुर ,अकबरपुर के नजदीक ले गए थे ।जहां शराब भरी कैन उन्हें जमीन में दबी मिलीं। लेकिन इसे उठाने का काम आबकारी विभाग के लोगों ने शराब सिंडीकेट के यहां मजदूरी करने वाले युवक से करवाया। जिसका नतीजा यह हुआ कि भारी-भरकम कैन लेकर चल रहे राजेश सोनी नामक युवक की पुल के ऊपर अचानक ट्रेन आने से दर्दनाक मौत हो गई ।
जानिए क्या कहते हैं मृतक के परिजन
परिजनों का आरोप है कि उन्हें शराब सिंडीकेट के दूसरे लोगों ने घटना की जानकारी दी। लेकिन जब वे मौके पर पहुंचे तो वहां आबकारी विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। नियमानुसार आबकारी विभाग खुद ही अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाता है और उसे पकड़ने का काम करता है ।लेकिन शराब सिंडीकेट के लोग आबकारी पुलिस को अपने साथ मिलाकर जब तब गांव देहात में दबिश मारने जाते रहते हैं ।जबकि यह नियम विरुद्ध है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। लेकिन जब कभी कोई घटना या दुर्घटना हो जाती है तो विभाग अपना पल्ला झाड़ते हुए साफ पाक निकल जाता है।
जानिए कैसे हुई सिंडिकेट कर्मचारी की मौत
दरअसल शराब सिंडिकेट को सूचना मिली थी कि जलालपुर और अकबरपुर के बीच पड़ने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के नजदीक कुछ लोग अवैध रूप से शराब निर्माण कर रहे हैं और शराब से भरी कैनों को जमीन के भीतर दबा देते हैं ।इस सूचना पर शराब सिंडीकेट के लोग एक्साइज विभाग के साथ मिलकर दविश मारने पहुंचे थे यहां एक्साइज विभाग को कोई आदमी तो नहीं मिला लेकिन उन्होंने शराब से भरी दो कैनों को जप्त कर लिया ।परिजनों का आरोप है कि सिंडीकेट के संजय शिवहरे आकाश गुप्ता और एक्साइज विभाग के संजय भदोरिया ने राजेश सोनी को निर्देशित किया था कि वह इन कैनों को लेकर गाड़ियों पर चलें इसी दौरान जब भारी-भरकम कैन लेकर राजेश रेलवे पुल के ऊपर से गुजर रहा था तभी अचानक डाउन ट्रैक पर ट्रेन आ गई ।यह देख वो हड़बड़ा गया और ट्रेन की टक्कर से वह दूर जाकर गिरा। सिर में गंभीर चोट होने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान उसके हाथ में रखी केंन भी इधर उधर जा गिरी राजेश सोनी का भांजा मनोज सोनी भी शराब सिंडिकेट में काम करता है उसने बताया कि सिंदीकेट के लोगों के निर्देश पर ही राजेश एक्साइज विभाग के साथ यहां आया था ।उसे एक की जगह दो दो कैन उठाकर चलने को कहा गया ।बाद में जब हादसा हो गया तो सभी लोग भाग खड़े हुए राजेश, शिंदे की छावनी कमल सिंह के बाग में रहता था। पुरानी छावनी पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर के मामले की जांच शुरू कर दी है।