कोरोना से तो बच जाएंगे ..साहब
पर ये घटिया खाना जरूर जान ले लेगा..
खबर का शीर्षक पढ़कर आपको आश्चर्य हो रहा होगा कि आखिरकार यह कौन सा खाना है जो कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। बात पेचीदा जरूर है लेकिन अपनी जगह पर 100 फ़ीसदी खरी है..
क्योंकि जिस गुणवत्ता के खाने की हम बात करने जा रहे हैं यदि वह भोजन आप भी खा ले तो आपको भी लेने के देने पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्यों मच रहा है हंगामा...
यह पूरा मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले से सामने आया जहां पर कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को बेहद घटिया दर्जे का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। बात अगर एक बार की होती तो यह समझा भी जा सकता है कि किसी गलती के कारण गुणवत्ता विहीन भोजन पहुंच गया होगा लेकिन जब बार-बार बदबूदार भोजन वैक्सीनेशन सेंटर में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों के पास पहुंचने लगा तो फिर भी उन्होंने इस घोर लापरवाही के खिलाफ आवाज बुलंद करने का फैसला किया।
ओएफके कम्यूनिटी हॉल खमरिया में भी पहुंचा बदबूदार भोजन
वैक्सीनेशन सेंटर में 12 घंटे की ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को विभाग की ओर से महज एक वक्त का खाना दिया जा रहा है लेकिन आलम तो यह है कि जब उन खाने के डिब्बों को खोला जाता है तो उनमें से कुछ इस तरह की बदबू आती है जिसे महसूस करने के बाद जानवर भी उस खाने से मुंह मोड़ ले लेकिन ताज्जुब की बात यह है की लोगों को स्वस्थ रखने के लिए 12- 12 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहने वाले कर्मचारियों को इस घटिया दर्जे का भोजन परोसा जाएगा तो फिर उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी कौन लेगा
शनिवार फिर सोमवार दिया गया खराब खाना......
सेंटर में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि कोरोना वेक्सीनेशन को लेकर उनकी ड्यूटी पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन में लगाई गई थी जहाँ शनिवार को खराब खाना दिया गया और फिर आज भी खराब पूरी-सब्जी भेज दी गई जिससे कि कर्मचारियों में खासा नाराजगी है........
पुलिस लाइन वेक्सीनेशन सेंटर में भी पहुंचा बदबूदार खाना....
कोरोना वेक्सीन लगवाने वाले के लिए पुलिस लाइन सेंटर में सात कर्मचारियों को लगाया गया है जिसमे 3 स्वास्थ्य विभाग के है जबकि 3 पुलिस ऑपरेटर और एक केंद्र प्रभारी है जिनके लिए ये खाना भेजा गया था,इधर खराब खाने की शिकायत जिला टीकाकरण अधिकारी को दी गई।
विकास की कलम से साझा की कर्मचारियों ने अपनी पीड़ा...
वैक्सीनेशन सेंटर में तैनात कर्मचारियों ने इस घटिया दर्जे के खाने के विषय में विकास की कलम को सूचना दी जिस पर विकास की कलम ने स्वयं मौके पर जाकर पूरी और सब्जी के पैकेट को परखा। मौके पर मौजूद एएनएम और कर्मचारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा सुबह 9:00 बजे से लेकर रात के 9:00 बजे तक वैक्सीनेशन सेंटर में अपनी सेवाएं दी जाती हैं लेकिन दिन भर में ना तो कोई चाय और नाश्ते की व्यवस्था होती है और ना ही कोई सुविधा......
ले देकर एक सहारा दिन भर के एक वक्त के खाने का था और अब उस खाने में भी कुछ कमीशन बाजो की नजर लग चुकी है स्वास्थ्य कर्मचारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें इतने घटिया दर्जे का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है जिसे जानवर भी खाने से इंकार कर दे अब ऐसे में दिन भर भूखे प्यासे रहने के बाद जब कर्मचारी रात को घर पहुंचते हैं तो वह अपने घर का खाना खाकर ही अपनी भूख मिटाते हैं।
मामले की शिकायत पर जिला टीकाकरण अधिकारी ने दिए जांच के आदेश
वैक्सीनेशन सेंटर में स्वास्थ्य कर्मचारियों को बदबूदार खाना परोसने के मामले में शिकायत प्राप्त होते ही तत्काल प्रभाव से उपरोक्त पूरे मामले की विशेष जांच के आदेश मुख्य टीकाकरण अधिकारी शत्रुघ्न दहिया द्वारा पारित कर दिए गए हैं। विकास की कलम से चर्चा के दौरान मुख्य टीकाकरण अधिकारी शत्रुघ्न दहिया ने बताया कि विभाग हमेशा से अपने कर्मचारियों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध कराता रहा है लेकिन अचानक ही बदबूदार भोजन की शिकायत मिलना काफी चिंतनीय है मामले को गंभीरता से लेते हुए उपरोक्त मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं यदि भोजन उपलब्ध करवाने वाला व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।