चहेते पत्रकारों के बीच की गई पत्रकार-वार्ता
और फिर पहुंच गए बाकी पत्रकार..
जानिए फिर क्या हुआ..???
भिंड प्रभारी मंत्री की क्राइसिस मींटिग में जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा विकास कार्यों की पोल खुलने के डर से 14 पत्रकारों को ही बुलाया, पत्रकारों ने किया हंगामा।
भिंड प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के प्रथम आगमन पर हुआ हंगामा। जहां एक तरफ सिंधिया समर्थक एवं पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच दिखा मतभेद तो वही कांग्रेस एवं आम आदमी के द्वारा लगे भाजपा के खिलाफ लगे मुर्दाबाद के नारे वही जिला जनसंपर्क कार्यालय के द्वारा भाजपा सरकार के चहते या जिला जनसंपर्क कार्यालय को चला रहे 14 पत्रकारों को ही प्रवेश देने पर हुआ हंगामा, जबकि उसमें कुछ पत्रकार पोर्टल व पीडीएफ के बताए गए हैं, जिले के अहम विभागों के अधिकारियों ने विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुलने के डर से सिर्फ अपने चहेते पत्रकारों को ही बुलाया। पत्रकारों ने भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस एवं जिला जनसंपर्क कार्यालय के अधिकारी अरुण शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जिला जनसंपर्क अधिकारी अरुण शर्मा को हटाने की मांग की। जैसे ही इस घटना चक्र की भिंड विधायक संजीव सिंह को जानकारी मिली कि पत्रकारों के साथ अन्याय हो रहा है जिस पर उन्होंने सभी पत्रकारों को अंदर बुलाया जहां पत्रकारों ने अपनी बात रख कर भ्रष्ट अधिकारियों से मिले हुए कुछ पत्रकारों की पोल खोल नारेबाजी करते हुए बाहर आ गए। भिंड विधायक ने पत्रकारों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।पत्रकारों ने कहा कि भाजपा जिला मीडिया प्रभारी अजय शर्मा के द्वारा समाचार ग्रुपों में संदेश भेजकर जिला पंचायत सभागृह में प्रेस वार्ता के लिए बुलाया, जिला पंचायत सभागृह में पहुंचने पर जब उन्हें पुलिस बल के द्वारा यह कहकर रोका गया कि जिन लोगों की लिस्ट में नाम है उन्हीं को अनुमति मिलेगी। जिस पर पत्रकारों ने कड़ी आपत्ति जताई।उधर कांग्रेस ने सर्किट हाउस पर भिंड कलेक्टर एवं एसपी की मौजूदगी में भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का पुतला का दहन किया।
चौधरी राकेश सिंह पूर्व मंत्री।