गुपचुप निकली बाबा बैजनाथ की शाही सवारी
भक्त सोते रहे और दर्शन देने आ गये
कोरोना का प्रोटोकॉल और जीवन रक्षक आदेशों के पालन के साथ साथ अपने पुराने रीतिरिवाजों को जीवंत रखने की अनूठी मिशाल मध्यप्रदेश के आगर मालवा- मे देखने को मिली। जहां बाबा बैजनाथ महादेव सावन माह के अंतिम सोमवार को अपनी पुरातन परंपरा का निर्वहन करते हुए नगर में भ्रमण पर तो निकले। लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के चलते प्रसाशन ने कानो कान किसी को भी इसकी खबर नही होने दी की सवारी पूरे नगर भ्रमण करेगी।
बाबा बैजनाथ महादेव की सवारी को आनन फानन में भागते दौड़ते निकाला। गया ।जिस वक्त सवारी निकाली गई उस समय नगर बंद था।कुछ ही दुकाने खुली थी। भक्त सो रहे थे या अपने नित्य कार्यो में व्यस्त थे। लिहाजा किसी तरह की भीड़ का एकत्र होना मुनासिब ही नहीं था।
देखते ही देखते अपने तयशुदा समय पर बाबा बैजनाथ महादेव की शाही सवारी निकली गयी। हालांकि तड़की सुबह के इस आयोजन की जानकारी किसी को भी नहीं थी।और इन सबके बीच बाबा बैजनाथ की सवारी ने शहर का भ्रमण किया।
छावनी नाके तक बेहद कम श्रद्धालु थे।बाद में रास्ते भर गिने चुने भक्त एकत्रित होकर बाबा का दीदार करते रहे।और इस तरह प्रशासन की सूझबूझ से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बाबा बैजनाथ की शाही सवारी ने सावन के अंतिम सोमवार को शहर का भ्रमण किया।