इंदौर जेल में कैदी ने की आत्महत्या,
फर्नीचर कटर मशीन से काट ली खुद ही गर्दन।
इंदौर मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले से इंदौर की केंद्रीय जेल में शिफ्ट किये गए एक 48 वर्षीय कैदी ने शनिवार सुबह कटर मशीन गले पर रखकर आत्महत्या कर ली। दरअसल, कैदी द्वारा किये गए सुसाइड की वजह अब तक पता नही चल पाई है वही जेल प्रशासन और एफएसएल की टीम जांच में जुट गई है।
इंदौर की केंद्रीय जेल में कैदी द्वारा सुसाइड किये जाने की घटना शनिवार सुबह 8 बजे की बतायी जा रही है। जेल प्रशासन की माने तो नरसिंहपुर के छोटा आजाद नगर में रहने वाला अनिल पिता वीरसिंह यादव साल 2019 के हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। कुछ समय पहले ही उसे नरसिंहपुर की जेल से इंदौर की केंद्रीय जेल में शिफ्ट किया गया था। इंदौर जेल में उसे बढ़ई का काम मिला था और आज सुबह वह बढ़ई कारखाने में काम करने गया था। काम करने के दौरान उसने इलेक्ट्रिक कटर मशीन को अपनी गर्दन पर रखा और खुद ही गर्दन काटकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद एक अन्य कैदी ने उसे ऐसा करने से रोकने के पावर सप्लाय बन्द करने की कोशिश की लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी। जैसे ही जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी की सुसाइड की खबर जेल प्रशासन तक पहुंची तो जेल में हड़कंप मच गया। इसके बाद जेल प्रशासन ने एफएसएल की टीम को सूचना दी।
हालांकि कैदी ने सुसाइड क्यों किया इस सवाल का जबाव फिलहाल नही मिला है वही जेल प्रशासन ने जेल में किसी विवाद से भी इंकार किया है लिहाजा, अब जेल प्रशासन सुसाइड के इस मामले के सामने आने के बाद बंदियों की सुरक्षा को लेकर कौन से कदम उठाता फिलहाल, इस पर अभी सवाल बने हुए है।