चयनित शिक्षिकाओ के साथ हुए दुर्व्यवहार पर गरजे पीसी शर्मा
भाई बहन के अटूट बंधन पर्व का शिवराज ने किया अपमान
भोपाल मध्यप्रदेश
चयनित शिक्षकों व बेरोजगार युवाओं के साथ राजधानी भोपाल में हुए दुर्व्यवहार को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पूरी घटना की निंदा की हैं।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा को पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। उन्होंने कहा कि चयनित शिक्षकों का पूर्व की कमलनाथ सरकार में चयन हो गया था और उनके दस्तावेजों का वेरिफिकेशन भी हो गया है मगर सरकार इन्हें जॉइनिंग लेटर नहीं दे रही है।
क्या है मामला....
मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित शिक्षिकाएं
राखी की थाल सजाये बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंची थी। मन में अभिलाषा लिए की उनका भाई शिवराज उन्हें रखी बंधवाकर उपहार स्वरूप नियुक्ति पत्र भेंट करेगा।
लेकिन समय की बलिहारी ही कहें कि हमेशा अपने फर्राटेदार भाषणों में अपनी बहनों और भांजे भांजियों का जिक्र करने वाले सीएम शिवराज न तो दरवाजे आयी बहनों से मिलने पहुंचे न उनके दर्द को समझा।
लिहाजा शिवराज सरकार के इस रवैये से नाराज चयनित शिक्षिकायें भाजपा कार्यालय के बाहर ही सड़क पर बैठ गयी। दूसरी और रोजगार की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
प्रदेश भर से चयनित शिक्षिकाएं और सरकारी भरती पर लगी रोक का विरोध करने बड़ी संख्या में युवा बुधवार को भोपाल पहुंचे। मूवमेंट अगेंस्ट अनएम्प्लोयमेंट के आह्वान पर बुधवार सुबह से ही कई युवा रोशनपुरा चौराहे पर जुटने लगे थे। पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही युवाओं पर लाठी चार्ज कर दिया। युवाओं के मुताबिक पुलिस के लाठीचार्ज में 24 से ज्यादा युवक घायल हो गए हैं। पुलिस पर युवाओं को जबरन भोपाल से करीब 25 किमी दूर छोड़ने का भी आरोप है।
इस पूरे वाकये को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि कल जिस तरह से दुर्व्यवहार करते हुए चयनित शिक्षकों व बेरोजगारों के साथ मारपीट की गई क्या यही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बेटी बचाओ अभियान है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भाई-बहन के अटूट पर्व रक्षाबंधन का भी अपमान किया है।
पीसी शर्मा पूर्व मंत्री