खंडहर के कंकाल ने खोली..
जानलेवा इश्क की कहानी...
शहर के एक वीरान कोने में खंडहर में तब्दील हो चुके एक क्वार्टर में पुलिस को पूरी तरह से डीकंपोज हो चुकी डेड बॉडी(मृत शरीर /कंकाल) प्राप्त होता है। और यहीं से शुरू होती है जानलेवा इश्क की वह दास्तान... जिसने एक नाकाम प्रेमी को कब शातिर हत्यारा बना दिया।जिसका अहसास खुद आशिक को भी न हो सका। लेकिन इससे पहले की इश्क का भूत आशिक के सर से उतारता तब तक काफी देर हो चुकी थी। और उसके बाद जो कुछ भी हुआ वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
*संस्कारधानी में सनसनी खेज वारदात*
*लापता युवती का 117 दिन बाद मिला कंकाल*
*आशिक ने किया महबूबा का बेरहमी से कत्ल*
*पुलिस को गुमराह करने खुद आरोपी ही करता रहा शिकायत*
नाकाम इश्क में आशिक से शातिर हत्यारा बनने की यह सनसनीखेज वारदात मध्य प्रदेश के संस्कारधानी कहे जाने वाले जबलपुर जिले से सामने आई है जहां वारदात के 117 दिन बाद मिले एक नर कंकाल ने इस नाकाम इश्क की पूरी कहानी बयां की है।
जबलपुर में उस समय सनसनी फैल गई जब व्हीकल फैक्टरी से लगे खंडहर में एक महिला का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया।मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे रांझी थाना प्रभारी विजय परस्ते ने बताया कि मृत शरीर मे सिर्फ कंकाल ही बचा हुआ है। जिसे पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। मौका ए वारदात से कुछ ही दूरी पर कपड़े जूते और सिर के बाल मिले जिसके बाद शिनाख्त पर पता चला कि यह कंकाल एक युवती का है फिर इस जांच को और भी गंभीरता से लेते हुए पूरा किया गया। अग्रिम शिनाख्त में मृत शरीर की पहचान 117 दिन पूर्व लापता हुई किशोरी अंजलि के नाम से हुई।
परिजनों ने 4 माह पूर्व कराई थी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार रांझी थाना अंतर्गत सुभाष नगर वंशकार मोहल्ले में रहने वाले नंदकिशोर वंशकार की बेटी खुशबू बंशकार जिसकी उम्र तकरीबन 23 वर्ष की थी पिछले मई माह की 31 तारीख की दोपहर को 1:30 बजे अपने घर से किसी काम के लिए निकली थी लेकिन देर शाम होने के बावजूद भी वह घर नहीं लौटी जिस पर परिजनों को बेहद चिंता होने लगी शुरुआती दौर पर उन्होंने अपने पास पड़ोस और रिश्तेदारों के बीच खोजबीन जारी रखी। लेकिन ज्यादा समय बीत जाने पर पिता ने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत उसी रात रांझी थाने में दर्ज कराई।
शिकायत के दौरान मृतिका के परिजनों ने प्रेमी आकाश पर जताया था संदेह..
अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे नंदकिशोर वंशकार ने बजरंग नगर गंगा मैया निवासी आकाश बेन पर बेटी को गायब करने का संदेश भी जताया था ।मृतिका के पिता के अनुसार बेटी के मोबाइल की कॉल डिटेल में भी आकाश बेन का ही आखरी बार नंबर आया था। इस दौरान आधे घंटे दोनों के बीच में बातचीत हुई थी । जिसके बाद से मृतिका अंजलि घर से निकली थी । लेकिन दोबारा लौट कर कभी घर नहीं आई।पुलिस को पता चला कि मृतिका का एक युवक से प्रेम प्रसंग है,पुलिस ने आकाश बेन को तलाश करना शुरू किया ,ओर कुछ ही दिन में ही आकाश गिरफ्तार हो गया।
इस पूरी वारदात के दौरान सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने आरोपी प्रेमी को एक बार नहीं बल्कि 4 बार हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की लेकिन वह पुलिस के सामने नहीं टूटा या यूं कहें की शातिर हत्यारा लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा।
पीड़ित परिजनों ने हाईकोर्ट में लगाई याचिका जिसके बाद हुआ हत्या का खुलासा
मृतिका के पिता नंदकिशोर के अनुसार बेटी के बारे में पता लगाने के लिए वह एवं उसका परिवार कई बार रांझी थाने में गया। जहां सफलता हाथ ना लगने पर उसने एसपी कार्यालय ,आईजी कार्यालय, डीआईजी और सीएम हेल्पलाइन में भी इस बात की शिकायत की थी। लेकिन बेटी का कहीं भी कोई सुराग नहीं लग रहा था ।जिसके बाद पीड़ित पिता ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया । आपको बता दें कि पीड़ित पिता द्वारा हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई गई । जिसके बाद हाईकोर्ट ने पूरे मामले में दखल दी और एसपी ने उपरोक्त प्रकरण को जांच के लिए क्राइम ब्रांच के हाथों में सौंप दिया और फिर क्राइम ब्रांच ने मामले को जांच में लेते हुए इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया।
प्रेमी पर कसा क्राइम ब्रांच ने शिकंजा।
और फिर सामने आई नाकाम इश्क की कहानी...
युवती के गुमशुदगी वाले प्रकरण में शुरुआत से ही युवती का प्रेमी आकाश बेन पुलिस की रडार में था। हालांकि रांझी थाने की पुलिस कई बार आकाश बेन से पूछताछ कर चुकी थी। लेकिन बार-बार वह खुद को झूठा फंसाया जाने की बात पर अड़ा रहा । जिसे कुछ हद तक पुलिस ने सच भी मान लिया था। लेकिन बीती रात एक बार फिर से क्राइम ब्रांच ने संदेही आकाश को हिरासत में लिया और और उससे सघन पूछताछ की गई। इस बार पुलिस के तीखे सवालों के सामने आशिक आकाश की एक ना चली और फिर धीरे धीरे वारदात की एक-एक बारीकियों के धागे उधड़ने लगे।
जानिए क्या है..??
नाकाम आशिक से शातिर हत्यारा बनने की पूरी कहानी..
क्राइम ब्रांच के तीखे तेवरों के सामने तोते की तरह अपना गुनाह कबूलते हुए खुद प्रेमी आकाश ने घटना की पूरी जानकारी दी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह मृतिका खुशबू से बेहद प्रेम करता था। लेकिन वारदात के कुछ दिनों पहले से खुशबू ने उससे बात करना बंद कर दिया था। शायद वह किसी और लड़के से बात करने लगी थी ।अपने प्रेम को नाकाम होता देख प्रेमी आकाश बेकाबू होने लगा और फिर उसने खुशबू को सबक सिखाने का मन बना लिया। इसी सनक के दौरान उसने अपनी ही प्रेमिका खुशबू की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी और फिर उसके मृत शरीर को छिपा दिया।
हत्या की वारदात से चंद मिनटों पहले बीते वे खौफनाक पल...
व्हीकल स्टेट बजरंग नगर गंगा मैया के पास रहने वाले आरोपी प्रेमी आकाश बेन ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के दौरान घटित हुए उन सभी पलों की सिलसिलेवार जानकारी दी। आरोपी के अनुसार 31 मई की दोपहर को उसने खुशबू से संपर्क किया कुछ मिनट हुई बातचीत के बाद उसने खुशबू से मिलने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद वह दोपहर को खुशबू को लेकर व्हीकल स्टेट के खंडहर हो चुके पुराने दो मंजिला क्वार्टर बिल्डिंग में ले गया। जहां क्वार्टर की दूसरी मंजिल पर वह खुशबू के साथ बैठकर बातचीत करने लगा । इस दौरान उसने खुशबू पर अपना शक जाहिर करते हुए उससे वाद विवाद किया। दरअसल उसकी प्रेमिका खुशबू बीते कुछ दिनों से उससे बात नहीं कर रही थी। जिसके चलते प्रेमी आकाश के मन में शक पैदा हो चला था । जिसका निराकरण करने वह खुशबू को सुनसान जगह पर ले कर आया था ।बातचीत के दौरान दोनों के बीच में तनातनी बढ़ने लगी और फिर प्रेमी आकाश अपना आपा खो बैठा।
क्रोध में प्रेमी आकाश ने एक चाकू से खुशबू की गर्दन पर बेरहमी से वार करते हुए खुशबू की हत्या कर दी और फिर खुशबू के मृत शरीर को खंडहर में पड़ी ईंट मिट्टी से ढक दिया,आमतौर में जिस जगह आकाश ने हत्या की थी। वहां पर किसी का आना जाना नही होता था
आरोपी प्रेमी आकाश की इस कहानी के आधार पर पुलिस ने ना केवल मृतिका खुशबू का कंकाल बरामद किया बल्कि हत्या में प्रयुक्त किए जाने वाले चाकू हत्या के दिन पहने गए कपड़े भी जप्त कर लिए हैं।