कोरोना के आंकड़ों को टक्कर देते हुए भारत में टीकाकरण की दर 143 करोड़ पहुंची..
देश में ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण कोरोना के मामले से तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने जानकारी दी है कि भारत में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 143 करोड़ पार कर गया है।
गुरुवार शाम 7 बजे तक 57 लाख से अधिक वैक्सीन खुराक दी गई। सरकार ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन की 16.67 करोड़ से अधिक खुराक अभी भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास उपलब्ध हैं। मंत्रालय ने आगे बताया कि भारत सरकार (मुफ्त चैनल) और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के माध्यम से अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 149.16 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक प्रदान की जा चुकी हैं।
देश भर में कोरोना टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था। फंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ। टीकाकरण का अगला चरण 1 मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और कोमोर्बिड वाले 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए के साथ शुरू हुआ।
15 से 18 साल के बच्चों को तीन जनवरी से टीका लगेगा देश में 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया। सरकार ने 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति देकर टीकाकरण अभियान का विस्तार करने का निर्णय लिया।
बता दें कि देश में 15 से 18 साल के बच्चों को तीन जनवरी से टीका लगेगा। वहीं फंटलाइन व हेल्थकेयर वर्कर्स और कोमोर्बिटिडी वाले बुजुर्गो को प्रीकाशन डोज दी जाएगी। पीएम मोदी ने शनिवार देर शाम राष्ट्र को संबोधित करते हुए इसकी घोषणा की।
आपको बता दें कि ओमिक्रोन वैरिएंट के अब तक 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसके 800 से ज्यादा केस मिल चुके हैं, जिनमें से 241 लोग अब तक ठीक भी हो चुके हैं। सबसे ज्यादा दिल्ली में 238 मामले पाए गए हैं। उसके बाद महाराष्ट्र में 167 और गुजरात में 78 में मामले हैं। वहीं बीते 24 घंटे में कोरोना के नौ हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। एक दिन पहले की तुलना में कोरोना के तीन हजार मामले बढे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक सक्रिय मामलों में डेढ़ हजार से ज्यादा की वृद्धि हुई है। वर्तमान में सक्रिय मामले बढ़कर 77,002 हो गए हैं जो कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। कोरोना की वजह से 302 मौतें भी हुई हैं, जिनमें केरल में 244 और महाराष्ट्र में हुईं 22 मौतें शामिल हैं।