नोएडा । विदेशों में तेजी से फैलते ओमीक्रॉन और वर्ल्ड हेल्थ आग्रेनाइजेशन (डब्लूएचओ) की रिपोर्ट लगातार डरा रही हैं।ब्रिटेन सहित कई देशों की रिपोर्ट बहुत ही डराने वाली हैं।इसकारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा में रहने वालों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। इसकी मुख्य वजह है विदेशों से आने वाले लोग हैं। इनके आने का सिलसिला लगातार बना हुआ है। इसमे एक हजार से ज्यादा लोग हैं, जो संवेदनशील देशों की लिस्ट वाले देश से आए हैं।वहीं हाल ही में ब्रिटेन से लौटे 5 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।उनका सैम्पल ओमीक्रॉन की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए भेज दिया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ. सुनील शर्मा ने जानकारी देकर बताया है कि ब्रिटेन से लौटे लोगों में भी कोरोना के लक्षण पाए गए हैं।ब्रिटेन से लौटे इन मरीजों की और भी जांच की जा रही है।ओमीक्रॉन के लक्षण जांचने के लिए मरीजों का सैम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए भी भेजा गया हैं। इससे पहले सिंगापुर से लौटीं मां-बेटी कोरोना पॉजिटिव मिली थी।वहीं प्रशासन के मुताबिक गौतम बुद्ध नगर में अभी तक 4729 लोग विदेशों से आ चुके हैं।इसमें 1101 लोग हैं, जो उन देशों से लौटे हैं जो संवदेनशील देशों की सूची में शामिल हैं।नोएडा-ग्रेटर नोएडा में इसकारण भी दहशत का माहौल है क्योंकि नोएडा के पास ही दिल्ली में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 6 मरीज सामने आ चुके हैं।
जानकारों के अनुसार रविवार की दोपहर सिंगापुर से लौटीं मां-बेटी नोएडा के सेक्टर-39 स्थित कोरोना अस्पताल में जांच के लिए आईं थी।जहां कोरोना के लक्षण पाए जानें पर उन्हें भर्ती कर लिया गया।लेकिन शाम को जब अस्पताल की शिफ्ट बदली,तब नए शिफ्ट इंचार्ज को मां-बेटी अपने बेड पर नहीं मिलीं।काफी देर तक उन्हें अस्पताल में ही खोजा गया।उसके बाद अस्पताल के रिकॉर्ड में दर्ज उनके बताए गए नाम-पते प संपर्क किया गया तो वो मिल गईं।
गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ. सुनील शर्मा ने जानकारी देकर बताया है कि ब्रिटेन से लौटे लोगों में भी कोरोना के लक्षण पाए गए हैं।ब्रिटेन से लौटे इन मरीजों की और भी जांच की जा रही है।ओमीक्रॉन के लक्षण जांचने के लिए मरीजों का सैम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए भी भेजा गया हैं। इससे पहले सिंगापुर से लौटीं मां-बेटी कोरोना पॉजिटिव मिली थी।वहीं प्रशासन के मुताबिक गौतम बुद्ध नगर में अभी तक 4729 लोग विदेशों से आ चुके हैं।इसमें 1101 लोग हैं, जो उन देशों से लौटे हैं जो संवदेनशील देशों की सूची में शामिल हैं।नोएडा-ग्रेटर नोएडा में इसकारण भी दहशत का माहौल है क्योंकि नोएडा के पास ही दिल्ली में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 6 मरीज सामने आ चुके हैं।
जानकारों के अनुसार रविवार की दोपहर सिंगापुर से लौटीं मां-बेटी नोएडा के सेक्टर-39 स्थित कोरोना अस्पताल में जांच के लिए आईं थी।जहां कोरोना के लक्षण पाए जानें पर उन्हें भर्ती कर लिया गया।लेकिन शाम को जब अस्पताल की शिफ्ट बदली,तब नए शिफ्ट इंचार्ज को मां-बेटी अपने बेड पर नहीं मिलीं।काफी देर तक उन्हें अस्पताल में ही खोजा गया।उसके बाद अस्पताल के रिकॉर्ड में दर्ज उनके बताए गए नाम-पते प संपर्क किया गया तो वो मिल गईं।
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