चंद्र मोहन ठाकुर ने निर्देश दिए हैं कि अधिकार क्षेत्र की रेत खदानों की मार्किंग करके हीं रेत निकालने का काम किया जाए. बिना अनुमति वाली खदानों से रेत निकाले जाने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.
सीहोर: अवैध खनन माफिया का हौसला लगातार बढ़ता दिख रहा है. सीहोर में नर्मदा नदी के बीच बने एक टापू से रेत ढोने के लिए माफिया ने पुल ही तैयार कर दिए. यहां पर तीन पुल अस्थाई तौर से तैयार कर दिए गए हैं. इसे लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की. जिसके बाद ही प्रशासन हरकत में आया है. पूरा मामला सीहोर जिले के बुधनी के जाजना और नेहलाई रेत खदान इलाके का है. वहीं शिकायत को लेकर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, एसपी मयंक अवस्थी ने खदान का निरीक्षण किया. जिसके बाद नदी की धारा रोककर तैयार किए गए इन तीनों अस्थाई पुलों को ध्वस्त किया गया है.
कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने दिए निर्देश
हालांकि अभी भी पुल का कुछ हिस्सा ढहाना बाकी है. इसे लेकर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने निर्देश दिए हैं कि अगर जरूरत पड़े तो डायनामाइट का इस्तेमाल कर पुल ध्वस्त किए जाएं. इसके अलावा उन्होंने रेत खदानों की सीमाएं स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने सात दिनों के अंदर सीमांकन कर सीमा चिन्ह और पिलर के साथ बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही समय सीमा में काम पूरा ना होने पर अनुबंध की शर्तों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
खदानों से रेत निकाले जाने पर होगी सख्त कार्रवाई
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जिले के कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने ठेकेदार को साफ निर्देश दिए हैं कि उनके अधिकार क्षेत्र की रेत खदानों की मार्किंग करके हीं रेत निकालने का काम किया जाए. बिना अनुमति वाली खदानों से रेत निकाले जाने पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. निरीक्षण के दौरान बुधनी एसडीएम शैलेन्द्र हिनोतियां, जिला खनिज अधिकारी राजेन्द्र परमार सहित राजस्व, पुलिस और खनिज विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.