निगम मुख्यालय में दिखा छुट्टी सा नजारा,
ना किसी विभाग के ताले खुले ना कुर्सी पर बैठे कर्मचारी,
जानिए आखिर क्या है पूरा मामला..???
जबलपुर मध्यप्रदेश
शुक्रवार की सुबह नगर निगम जबलपुर के मुख्य कार्यालय में सरकारी छुट्टी जैसा माहौल दिखाई दिया दरअसल कार्यालय में किसी भी विभाग के दफ्तर के ना तो ताले खोले गए और ना ही कोई कर्मचारी अपनी सीट पर बैठा.. शुरुआती तौर पर अपने कार्यों को करवाने नगर निगम कार्यालय पहुंचे आमजन को ऐसा लगा मानो आज कोई एक्षिक अवकाश है। लेकिन बाद में पता चला की कार्यालय में कोई अवकाश नहीं बल्कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारियों ने काम बंद हड़ताल का आगाज किया है।
शुक्रवार की सुबह से ही जबलपुर नगर निगम के कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर काम बंद हड़ताल शुरू कर दी। निगम कर्मचारी तड़की सुबह ही मुख्यालय में जमा हुए और फिर उन्होंने एकजुट होकर काम बंद हड़ताल पर जाने का फैसला ले लिया इस दौरान नगर निगम मुख्यालय के किसी भी विभाग के ताले नहीं खोले गए और ना ही कोई कर्मचारी अपनी सीट पर बैठा।
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कर्मचारी नेताओं की माने तो नगर निगम में आपसी मेलजोल की मिलीभगत के चलते अधिकारी सीधी भर्ती कर रहे हैं जबकि सैकड़ों संविदा कर्मचारी अपने नियमित होने का सपना संजोए बैठे हैं गौरतलब हो कि निगम कर्मचारी से कई वर्षों से केंद्र सरकार से बराबर वेतन भत्ता दिए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक सरकार द्वारा कर्मचारी संघ की कोई भी मांगे मानी नहीं गई और उसके विपरीत निगम में सीधी भर्ती होना इन संविदा कर्मचारियों के लिए खतरे की घंटी साबित होगा।
पिछले लगभग 7 वर्षों से कई कर्मचारियों की विभागीय जांच पूरी नहीं हुई है जिससे उनका भविष्य अंधकार मय हो गया है। इसके अलावा अलग-अलग विभागों से जुड़ी हुई कई समस्याओं के निराकरण के लिए कई बार संभाग आयुक्त और राज्य शासन को ज्ञापन दिया जा चुका है । लेकिन अभी तक किसी भी समस्या का निराकरण नहीं किया गया है इसलिए अभी एक दिन की हड़ताल की गई है...
हालांकि कर्मचारियों की हड़ताल से पानी की सप्लाई और सफाई व्यवस्था को अलग रखा गया था । ताकि इन जरूरी सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके लेकिन नगर निगम के अन्य विभागीय काम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के चलते नही हुए....