रायबरेली । सीआरपीएफ जवानों का समूह कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में शामिल हुआ। कांस्टेबल सिंह पिछले साल पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में शहीद हो गए थे।अपने शहीद सहयोगी कांस्टेबल सिंह के सम्मान में, सीआरपीएफ के कई जवान 13 दिसंबर, 2021 को उनकी बहन ज्योति की शादी में शामिल होने रायबरेली पहुंचे।
जवान वर्दी पहनकर में शादी में पहुंचे और ज्योति के भाई द्वारा निभाई जाने वाली सभी रस्में पूरी कीं। उन्होंने ज्योति को आशीर्वाद देकर उपहार भेंट किए और ज्योति जब मंडप जाने लगी,तब सभी जवानों ने एक भाई द्वारा निभायी जानें वाली रस्म लड़की के सिर के उपर चुनरी फैलाकर मंडप पहुंचाने वाली प्रथा को निभाया। शादी में सीआरपीएफ जवानों की मौजूदगी ने सभी को भावुक कर दिया।जवानों ने भाइयों की भूमिका निभाते हुए शहीद शैलेंद्र की कमी को पूरा करने की कोशिश की है। इस रस्म का अर्थ होता है कि एक भाई का हाथ हमेशा अपनी बहन के सिर पर है। वह राखी के वादे को ध्यान में रखते हुए हमेशा उसकी रक्षा करेगा। यह रस्म काफी भावुक करने वाली होती हैं। शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता ने कहा,मेरा बेटा दुनिया में नहीं है, लेकिन अब हमारे पास सीआरपीएफ जवानों के रूप में बहुत सारे बेटे हैं जो सुख-दुख में हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं।"
सीआरपीएफ द्वारा ट्विटर पर साझा की गई तस्वीरों से पता चलता है, कि 'वर्दी में पुरुष' दुल्हन को मंडप तक ले गए। एक ऐसा कार्य जो आमतौर पर भाइयों द्वारा किया जाता है। ट्वीट में कहा गया, "बड़े भाइयों के रूप में, सीआरपीएफ के जवान सीटी शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन के विवाह समारोह में शामिल हुए।" उन्होंने आगे लिखा "110 बीएन सीआरपीएफ के सीटी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने पुलवामा में आतंकवादी हमले का बहादुरी से जवाब देते हुए 05/10/20 को सर्वोच्च बलिदान दिया।"