सिंगापुर के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दो मरीज सामने आने के बाद और भी मामले सामने आने की आशंका है।
बूस्टर डोज ले चुके सिंगापुर के दो नागरिकों की ओमिक्रॉन वैरिएंट की शुरुआती रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गरुवार को बताया कि हवाई अड्डे पर परीक्षण के दौरान एक 24 वर्षीय युवती की शुरुआती रिपोर्ट में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। वहीं छह दिसंबर को जर्मनी से लौटे एक यात्री में भी ओमिक्रॉन मिला है। इस व्यक्ति ने भी कोविड-19 टीके की तीसरी खुराक ली थी।
सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पूरी दुनिया में ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण को देखकर आशंका जताई जा रही है कि देश में भी ओमिक्रॉन के अन्य मामले सामने आ सकते हैं। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि ओमिक्रॉन के लक्षण सामने आने के बाद दोनों संक्रमितों को राष्ट्रीय संक्रामक रोग केंद्र में रखा गया है, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। वहीं उनके संपर्क में आने वाले लोगों को 10 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा।
फाइजर व बायोटेक ने जताई थी तीसरी डोज की आवश्यकता
इसी सप्ताह की शुरुआत में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी फाइजर व बायोटेक ने शुरुआती अध्ययन के नतीजों के आधार पर दावा किया था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से निपटने के लिए तीसरी डोज की आवश्यकता होगी। दवा निर्माता कंपनियों की ओर से कहा गया था कि, कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक लेने वाले लोग दो खुराक लेने वालों की तुलना में ओमिक्रॉन को 25 प्रतिशत ज्यादा तक निष्क्रिय कर सकते हैं।
सिंगापुर में 87 प्रतिशत लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
सिंगापुर दुनिया के सबसे अच्छे टीकाकरण अभियान वाले देशों में से एक है। यहां 87 प्रतिशत लोगों का पूरी तरह से टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं करीब 29 प्रतिशत लोगों को बूस्टर डोज भी लगाया जा चुका है। सरकार जल्द ही पांच से 11 साल के बच्चों के लिए भी कोरोना की खुराक शुरु करने जा रही है।
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