निर्दोषों को दुष्कृत्य के झूठे केस में फंसाने
वाले गिरोह का पर्दाफाश, मामला दर्ज
नसरुल्लागंज-सीहोर
महिला संबंधित अपराधों और खास तौर पर दुष्कर्म जैसी घिनौने कृत्य को लेकर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार काफी सख्त हो चुकी हैं यही कारण है कि मध्यप्रदेश में ऐसा कृत्य करने वाले या ऐसे प्रकरणों में लिप्त लोगों पर तत्काल एवं सख्त से सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी बात का फायदा उठाते हुए एक गिरोह के कुछ लोगों द्वारा महिला मित्र के साथ मिलकर दुष्कर्म के नाम पर अपने विरोधियों को झूठा फंसाने का षड्यंत्र रचा गया लेकिन इससे पहले कि उनके मंसूबे कामयाब हो पाते उनकी सारी पोल खुल गई
पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी के निर्देशानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीहोर समीर यादव के मार्गदर्शन में निरीक्षक सुश्री कंचन सिंह ठाकुर के द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्यवाही करते हुए महिला द्वारा दुष्कृत्य का झूठा प्रकरण दर्ज कराकर, निर्दोषों को फंसाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर आरोपियों के विरूद्ध थाना नसरूल्लागंज में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरियादी रमेश राठौर निवासी नसरूल्लागंज के आवेदन पत्र के अनुसार वर्ष 2020 में रमेश एवं उसके परिवार के साथ कन्हैया कंजर व उसके अन्य साथी अर्जुन सोनी, राहुल धावरे के द्वारा जान से मारने की नियत से हमला किया गया, जिस पर थाना नसरूल्लागंज में धारा 307, 452, 147, 148, 149 भादवि का मामला दर्ज कराया गया था।
आरोपी कन्हैया कंजर ने राहुल धावरे के माध्यम से मुकेश राठौर को बताया कि रमेश राठौर जेल में आकर, उससे मिले कहा कुछबात करनी हैं..... तो मुकेश राठौर, कन्हैया कंजर से मिलने जेल गया। जहाँ कन्हैया कंजर ने मुकेश राठौर से कहा कि रमेश के पुराने केस में समझौता कर लो, नहीं तो किसी महिला को लाकर झूठे बलात्कार के केस में फंसा दूंगा, और साथ देने वाले कैलाश धावरे को भी फंसा दूंगा । आवेदक रमेश राठौर द्वारा समझौता के लिये मना कर दिया गया।
इस मामले में दूसरी तरफ दिनांक 17 दिसम्बर- 2021 को ही एक महिला द्वारा पुलिस थाना में उपस्थित होकर कैलाश धावरे, रमेश राठौर एवं अन्य 2 व्यक्तियों के विरूद्ध उसके साथ बलात्कार किये जाने की रिपोर्ट लिखवाने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया ।
उक्त महिला के आवेदन में आये तथ्यों की पुष्टि के लिये पूछताछ में महिला के द्वारा सच्चाई कबूलते हुए यह बताया गया कि दिनांक 16.12.2021 को सुबह राहुल मुझे नसरूल्लागंज जेल ले गया जहाँ कन्हैया कंजर से फोन पर बात की, जिसने बताया कि तुम्हे कैलाश धावरे, रमेश राठौर के खिलाफ बलात्कार और एससीएसटी की झूठी रिपोर्ट करनी हैं।