जबलपुर के रांझी थाना का एक मामला सामने आया है. जिसमें सूदखोरों से परेशान युवक ने आत्महत्या कर ली है. इसमें 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.
मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार सूदखोरों के खिलाफ करवाई का ढिंढोरा पीट रही है. लेकिन इस पर अंकुश अभी भी दूर की कौड़ी लग रही है. जबलपुर के रांझी थाना क्षेत्र में एक युवक को सूदखोरों ने इतना परेशान किया कि उसने आत्महत्या कर ली. राकेश सिंह नामक इस युवक की मौत के बाद पुलिस ने चार सूदखोरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. मृतक ने फांसी लगाने के पूर्व दो सुसाइड नोट लिखे थे, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया. पुलिस अब चारों आरोपियों की तलाश कर रही है.
पुलिस कर रही है जांच
थाना प्रभारी रांझी विजय सिंह परस्ते के मुताबिक 8 दिसंबर को हिमांशु पिल्ले उम्र 20 वर्ष निवासी मोहनिया ने सूचना दी थी. उन्होंने बताया था कि उसके मामा राकेश सिंह ठाकुर, सिद्ध नगर रांझी में राजेश साहू के मकान में किराये पर रहते थे. राजेश साहू ने फोन कर सूचना दी कि राकेश सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. उसने सिद्ध नगर पहुंच कर देखा तो उसके मामा राकेश सिंह ठाकुर फांसी के फंदे से लटके थे. दरवाजा अंदर से बंद था. सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरु कर दी गई है.
घटना स्थल से मिले दो सुसाइड नोट
पुलिस को घटनास्थल की जांच के दौरान कमरे में बिस्तर पर तकिये के नीचे एक सुसाइड नोट तथा दूसरा सुसाइड नोट मृतक की लोवर की जेब में मिला था. पहले सुसाईड नोट में सुनील सोनकर से परेशान होकर आत्महत्या करना लिखा था. इसके साथ ही अभिषेक शुक्ला से 10 हजार रुपए, अमित सराठे के भाई सचिन सराठे से 5 लाख रुपए लेने के बारे में लिखा था. मृतक राकेश ठाकुर ने दूसरे सुसाईड नोट में लिखा कि वह सुनील सोनकर, अमित सराठे से पैसे के कारण परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है.
चारों आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
जांच के दौरान लिखे गए सुसाईड नोट के संदर्भ में मृतक के परिजनों से बयान लिए गए. जिसमें परिजनों ने बताया कि मृतक राकेश सिंह ठाकुर ने सुनील सोनकर से 10 हजार रुपए उधार लिए थे, जो वापस कर चुका था. सुनील सोनकर 50 हजार रुपए की और मांग करते हुए परेशान कर रहा था. अभिषेक शुक्ला, अमित सराठे, सचिन सराठे द्वारा रुपए वापस न करने के कारण मृतक राकेश सिंह को अपना मकान बेचना पड़ा. सम्पूर्ण जांच पर पाया गया कि अभिषेक शुक्ला, अमित सराठे, सचिन सराठे के द्वारा लिए हुए रुपए वापस नहीं करने के कारण मृतक राकेश सिंह ठाकुर अत्याधिक परेशान था. वहीं सुनील सोनकर 10 हजार रुपए की उधारी चुकता करने के बाद भी 50 हजार रुपए की मांग करते हुए परेशान कर रहा था. जिसके फल स्वरूप राकेश सिंह द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई. पुलिस ने आरोपी सुनील सोनकर, अभिषेक शुक्ला, अमित सराठे तथा सचिन सराठे के विरूद्ध धारा 306, 3, 4 मध्य प्रदेश ऋणियों का संरक्षण अधिनियम 1939 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए आरोपियों की तलाश जारी है.