पंजाब में फिर सक्रिय हुआ प्रतिबंधित "इंटरनेशनल सिख फॉर यूथ" फेडरेशन
नई दिल्ली,
पंजाब में आईएसवाईएफ के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है। इंटरनेशनल सिख फॉर यूथ फेडरेशन के 6 आतंकी गिरफ्तार किए गए हैं। पठानकोट आर्मी कैंट ग्रेनेड हमला केस में आईएसवाईएफ के आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शहीद भगत सिंह नगर पुलिस ने छह आतंकियों के पास से छह हथगोले, एक पिस्तौल, एक राइफल के साथ गोलियां और मैगजीन बरामद किए हैं। गिरफ्तार लोगों की पहचान गुरदासपुर जिले के अमनदीप उर्फ मंत्री, गुरविंदर सिंह, परमिंदर कुमार, राजिंदर सिंह, हप्रीत सिंह और रमन कुमार के रूप में हुई है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शहीद भगत सिंह नगर पुलिस ने छह आतंकियों के पास से छह हथगोले, एक पिस्तौल, एक राइफल के साथ गोलियां और मैगजीन बरामद किए हैं। गिरफ्तार लोगों की पहचान गुरदासपुर जिले के अमनदीप उर्फ मंत्री, गुरविंदर सिंह, परमिंदर कुमार, राजिंदर सिंह, हप्रीत सिंह और रमन कुमार के रूप में हुई है।
दो मामलों में अज्ञात व्यक्तियों ने पठानकोट में एक 11 नवंबर, 2021 को चक्की पुल के पास और दूसरा 21 नवंबर को पठानकोट छावनी में सेना के त्रिवेणी द्वार के बाहर ग्रेनेड फेंका था। इस संबंध में क्रमशः पठानकोट संभाग 2 और संभाग 1 पुलिस थानों में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे।
बयान में डीजीपी भवरा ने कहा कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे योजना बनाने के लिए आईएसवाईएफ (रोड़े) के स्वयंभू प्रमुख लखबीर सिंह रोड़े और उनके सहयोगियों सुखमीतपाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल और सुखप्रीत उर्फ सुख के सीधे संपर्क में थे।
इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन पर यूके ने 15 साल लगातार प्रतिबंध लगाकर रखा था, उस पर से बीते साल ही प्रतिबंध हटाया गया है।
इंटरनेशनल सिख युथ फेडरेशन का प्रधान लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान में आईएसआई के संरक्षण में अपना ऑपरेशन चला रहा है। 1984 में संगठन ने यूरोप में अपने पैर पसारने शुरू किए और यूके में अपना संगठन तैयार किया। 1985 व 2001 में एयर इंडिया की उड़ानों में आतंकवादी घटना इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन की ओर से की गई थी। इसे देखकर 27 मार्च, 2001 को यूके ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन पर प्रतिबंध लगा दिया। 2002 में भारत में भी इस संगठन को आतंकवादी संगठन करार दिया गया और उस पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया। 2006 में आईएसवाईएफ की ओर से पाकिस्तान से भारी मात्रा में आरडीएक्स व अन्य हथियार जालंधर से बरामद किए गए। इसमें इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के चीफ भाई लखबीर सिंह रोडे का भतीजा जसविंदर सिंह भी गिरफ्तार किया गया था।
इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन पर यूके ने 15 साल लगातार प्रतिबंध लगाकर रखा था, उस पर से बीते साल ही प्रतिबंध हटाया गया है।
इंटरनेशनल सिख युथ फेडरेशन का प्रधान लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान में आईएसआई के संरक्षण में अपना ऑपरेशन चला रहा है। 1984 में संगठन ने यूरोप में अपने पैर पसारने शुरू किए और यूके में अपना संगठन तैयार किया। 1985 व 2001 में एयर इंडिया की उड़ानों में आतंकवादी घटना इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन की ओर से की गई थी। इसे देखकर 27 मार्च, 2001 को यूके ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन पर प्रतिबंध लगा दिया। 2002 में भारत में भी इस संगठन को आतंकवादी संगठन करार दिया गया और उस पर केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया। 2006 में आईएसवाईएफ की ओर से पाकिस्तान से भारी मात्रा में आरडीएक्स व अन्य हथियार जालंधर से बरामद किए गए। इसमें इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के चीफ भाई लखबीर सिंह रोडे का भतीजा जसविंदर सिंह भी गिरफ्तार किया गया था।