मध्यान भोजन में कीड़े वाले चावल का
पुलाव बनाकर बच्चों को खिला दिया
बैतुल मध्यप्रदेश
ज्यादा से ज्यादा बच्चों को स्कूल के प्रति आकर्षित करने सरकार कई योजनाएं चला रही हैं। इन्हीं में एक प्रमुख योजना मध्यान्ह भोजना भी है। लेकिन, योजना का क्रियान्वयन करने में कई जगह बेहद लापरवाही बरती जा रही है। एक स्कूल में तो इस मामले में हद ही कर दी गई।जहाँ बच्चों को कीड़े लगे चावल मध्यान भोजन में परोसा गया।
बेलोंड स्थित प्राथमिक-माध्यमिक स्कूल का मामला
यह मामला है बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला बेलोंड का। गुरुवार को यहां बच्चों को पुलाव दिया जाना था। पुलाव बनाने जो चावल लाया गया था, वह बेहद खराब था। चावल से कीड़े निकल कर चलते हुए साफ दिख रहे थे। देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह खाने योग्य नहीं है।
हकीकत से अनजान बच्चों ने चाव से खाया पुलाव
इसके बावजूद उसी चावल का पुलाव बनाकर स्कूल के बच्चों को परोस दिया गया। हकीकत से अनजान बच्चों ने यह पुलाव बड़े चाव के साथ खा भी लिया। खराब चावल बच्चों को न खिलाए जाए, इस ओर न तो स्कूल प्रबंधन ने ध्यान देना उचित समझा और न ही भोजन बनाने वाले समूह ने। अकेले प्राथमिक स्कूल में ही यहां 179 बच्चे दर्ज हैं।
स्कूल से शिक्षक भी थे नदारद, सब समूह के भरोसे
स्कूल के शिक्षक मध्यान्ह भोजन और अपनी ड्यूटी को लेकर कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ शिक्षक भी स्कूल में हाजिर नहीं थे। प्राथमिक स्कूल में मौजूद शिक्षकों ने कहने के बावजूद खराब चावल का पुलाव बनाने से नहीं रोका वही माध्यमिक स्कूल के प्रभारी और एक अन्य शिक्षक स्कूल से नदारद थे। वहां केवल एक शिक्षक श्री भूमरकर थे। वे भी स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण कहीं चले गए थे।
जिम्मेदारों ने जांच कराने की कही बात..
इस संबंध में घोड़ाडोंगरी के बीआरसीसी पीसी बोस का कहना है कि आपके माध्यम से ही इस बारे में जानकारी मिली है। हम इसकी जांच करवा लेते हैं। यदि मध्यान्ह भोजन में लापरवाही पाई जाती है तो आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इसी तरह प्रभारी यदि बिना सूचना या अवकाश के गैरहाजिर थे तो उनके विरूद्ध भी उचित कार्यवाही की जाएगी।बीआरसीसी पीसी बोस