समस्तीपुर | बिहार के समस्तीपुर में जनता दल (युनाइटेड) नेता खलील आलम रिजवी की हत्या मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। इधर, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पीट-पीटकर हत्या करने की बात बताई जा रही है।
पुलिस ने अकबरपुर फकीराना गांव के एक पोल्ट्री फॉर्म से अधजली हालत में खलील का शव बरामद किया था। बताया जाता है कि 17 फरवरी को खलील का अपहरण कर लिया गया था और एक दिन बाद उसका शव बरामद किया गया था।
इस बीच मृतक के भाई ने मुसरीघरारी थाना में अपहरण से संबंधित एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इसके बाद ही सोशल मीडिया पर हो रहे एक वीडियो वायरल में इस मामले को मॉब लिचिंग के रूप में दिखाया जा रहा है। इस संबंध में वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कैमरे पर यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि हिंसक लोगों ने रिजवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी है।
हालांकि, आईएएनएस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई। समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि इस मामले में पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने यह भी कहा कि वायरल वीडियो की भी जांच की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस के प्रारंभिक जांच में हत्या का यह मामला पैसे के लेन-देन का सामने आया था, जिसके आधार पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही थी।
इधर, इस घटना को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर और इससे संबंधित समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार की कटिंग पोस्ट करते हुए लिखा, बिहार की राजग सरकार में कानून व्यवस्था पूर्णत: समाप्त हो चुकी है। गाय के नाम पर मुस्लिम युवक जो स्वयं जदयू का नेता था उसे पीट कर, जिंदा जलाकर दफना दिया गया। नीतीश जी बताएं, बिहार में लगातार ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? लोग कानून को हाथ में क्यों ले रहे हैं?
पुलिस ने अकबरपुर फकीराना गांव के एक पोल्ट्री फॉर्म से अधजली हालत में खलील का शव बरामद किया था। बताया जाता है कि 17 फरवरी को खलील का अपहरण कर लिया गया था और एक दिन बाद उसका शव बरामद किया गया था।
इस बीच मृतक के भाई ने मुसरीघरारी थाना में अपहरण से संबंधित एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
इसके बाद ही सोशल मीडिया पर हो रहे एक वीडियो वायरल में इस मामले को मॉब लिचिंग के रूप में दिखाया जा रहा है। इस संबंध में वायरल वीडियो में एक व्यक्ति कैमरे पर यह कहते हुए दिखाई दे रहा है कि हिंसक लोगों ने रिजवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी है।
हालांकि, आईएएनएस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई। समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि इस मामले में पांच में से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक हृदयकांत ने यह भी कहा कि वायरल वीडियो की भी जांच की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पुलिस के प्रारंभिक जांच में हत्या का यह मामला पैसे के लेन-देन का सामने आया था, जिसके आधार पर पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही थी।
इधर, इस घटना को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर और इससे संबंधित समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार की कटिंग पोस्ट करते हुए लिखा, बिहार की राजग सरकार में कानून व्यवस्था पूर्णत: समाप्त हो चुकी है। गाय के नाम पर मुस्लिम युवक जो स्वयं जदयू का नेता था उसे पीट कर, जिंदा जलाकर दफना दिया गया। नीतीश जी बताएं, बिहार में लगातार ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? लोग कानून को हाथ में क्यों ले रहे हैं?