2 साल बाद फिर निकलेंगे जुलूस, 125 साल पुरानी परंपरा निभाई जाएगी; राधा-कृष्ण की झांकी निकलेगी
भोपाल । राजधानी भोपाल में अबकी बार बिना पाबंदी के होली और रंगपंचमी की धूम मचेगी। 2 साल बाद फिर से जुलूस-चल समारोह निकाले जाएंगे तो 125 साल पुरानी परंपरा भी निभाई जाएगी। रंगपंचमी पर पुराने शहर में राधा-कृष्ण की झांकी निकाली जाएगी। कोलार समेत करीब एक दर्जन इलाकों में भी छोटे-बड़े जुलूस-चल समारोह निकलेंगे। कोरोना के चलते भोपाल में पिछले दो साल से होली और रंगपंचमी पर पाबंदियां रही थीं। इस कारण जुलूस या चल समारोह नहीं निकाले गए थे। चूंकि, सरकार ने नाइट कफ्र्यू से लेकर सारे प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं। इसलिए हिंदू उत्सव और होली उत्सव समितियों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
125 साल पुरानी परंपरा निभाएंगे
हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बैगवानी ने बताया, इस बार रंगपंचमी पर जुलूस निकालने की 125 साल पुरानी परंपरा निभाई जाएगी। दो साल से कोरोना के कारण इस पर रोक लगी हुई थी। अबकी बार बड़े स्तर पर आयोजन करने का प्लान है। जुलूस में राधा-कृष्ण की झांकी भी सजाई जाएगी।
यहां से निकलेगा
समिति के अध्यक्ष बैगवानी ने बताया, रंगपंचमी पर सुबह 11 बजे दयानंद चौक से जुलूस शुरू होगा, जो जुमेराती, घोड़ा नक्कास, मंगलवारा, इतरावा चौराहा, इतरावा मार्केट, सराफा, चौक, भवानी चौक सोमवारा, सिंधी मार्केट होते हुए जवाहर चौक पहुंचेगा। जहां पर जुलूस का समापन होगा। जुलूस में सबसे आगे 11 ध्वज, 21 ढोल और 3 डीजे रहेंगे। वहीं, राधा-कृष्ण की झांकी भी शामिल की जाएगी। वर्ष 2020 और 2021 में जुलूस नहीं निकला था। इस बार अच्छा और बड़ा आयोजन करेंगे
यहां से भी निकलेंगे चल समारोह
पुराने शहर में हिंदू उत्सव समिति सबसे बड़ा आयोजन करती है। वहीं, रंगपंचमी पर कोलार, कोटरा सुल्तानाबाद, करोंद, अवधपुरी, आनंद नगर, नीलबड़, रातीबड़, होशंगाबाद रोड सहित अन्य स्थानों पर चल समारोह निकाले जाने की तैयारियां की जा रही है।
भोपाल । राजधानी भोपाल में अबकी बार बिना पाबंदी के होली और रंगपंचमी की धूम मचेगी। 2 साल बाद फिर से जुलूस-चल समारोह निकाले जाएंगे तो 125 साल पुरानी परंपरा भी निभाई जाएगी। रंगपंचमी पर पुराने शहर में राधा-कृष्ण की झांकी निकाली जाएगी। कोलार समेत करीब एक दर्जन इलाकों में भी छोटे-बड़े जुलूस-चल समारोह निकलेंगे। कोरोना के चलते भोपाल में पिछले दो साल से होली और रंगपंचमी पर पाबंदियां रही थीं। इस कारण जुलूस या चल समारोह नहीं निकाले गए थे। चूंकि, सरकार ने नाइट कफ्र्यू से लेकर सारे प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं। इसलिए हिंदू उत्सव और होली उत्सव समितियों ने तैयारियां शुरू कर दी है।
125 साल पुरानी परंपरा निभाएंगे
हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बैगवानी ने बताया, इस बार रंगपंचमी पर जुलूस निकालने की 125 साल पुरानी परंपरा निभाई जाएगी। दो साल से कोरोना के कारण इस पर रोक लगी हुई थी। अबकी बार बड़े स्तर पर आयोजन करने का प्लान है। जुलूस में राधा-कृष्ण की झांकी भी सजाई जाएगी।
यहां से निकलेगा
समिति के अध्यक्ष बैगवानी ने बताया, रंगपंचमी पर सुबह 11 बजे दयानंद चौक से जुलूस शुरू होगा, जो जुमेराती, घोड़ा नक्कास, मंगलवारा, इतरावा चौराहा, इतरावा मार्केट, सराफा, चौक, भवानी चौक सोमवारा, सिंधी मार्केट होते हुए जवाहर चौक पहुंचेगा। जहां पर जुलूस का समापन होगा। जुलूस में सबसे आगे 11 ध्वज, 21 ढोल और 3 डीजे रहेंगे। वहीं, राधा-कृष्ण की झांकी भी शामिल की जाएगी। वर्ष 2020 और 2021 में जुलूस नहीं निकला था। इस बार अच्छा और बड़ा आयोजन करेंगे
यहां से भी निकलेंगे चल समारोह
पुराने शहर में हिंदू उत्सव समिति सबसे बड़ा आयोजन करती है। वहीं, रंगपंचमी पर कोलार, कोटरा सुल्तानाबाद, करोंद, अवधपुरी, आनंद नगर, नीलबड़, रातीबड़, होशंगाबाद रोड सहित अन्य स्थानों पर चल समारोह निकाले जाने की तैयारियां की जा रही है।
Tags
top