दिल्ली की टीम ने खिताबी मुकाबले में लीग की सबसे सफल टीम और तीन बार की चैंपियन पटना पाइरेट्स को 37-36 से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया।
हरफनमौला विजय (14 अंक) और रेडर नवीन कुमार (13 अंक) के शानदार खेल के दम पर दबंग दिल्ली ने शुक्रवार को रोमांचक फाइनल में यहां पटना को पटखनी दी। पटना के लिए सचिन ने 10 और गुमान सिंह ने नौ अंक जुटाए लेकिन टीम को आखिरी मिनटों में रणनीतिक चूक का खामियाजा भुगतना पड़ा। पटना की टीम ने मैच के 34वें मिनट अपने सभी सब्सीट्यूशन खत्म कर दिए जिससे उसके तीनों शीर्ष रेडर सचिन, गुमान और प्रशांत कुमार को आखिरी के छह मिनट में बेंच पर बैठना पड़ा।
मैच के शुरुआत से ही दोनों टीमों में कांटे का मुकाबला रहा और शुरुआती तीन मिनट के बाद दोनों टीमें तीन-तीन अंक के साथ बराबरी पर थी लेकिन पटना ने दिल्ली की डिफेंस की कमजोरी का फायदा उठाते हुए टीम को ऑल आउट कर 12-9 की बढ़त हासिल कर ली। मध्यांतर के समय पटना की टीम 17-15 से आगे थी। मध्यांतर के बाद भी मैच में उतार चढ़ाव बना रहा। आखिरी मिनटों में शीर्ष रेडरों की गैरमौजूदगी में भी पटना ने अंक जुटाना जारी रखा लेकिन नवीन कुमार ने आखिरी अंक जुटाकर पटना के चौथी बार चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया।
हरफनमौला विजय (14 अंक) और रेडर नवीन कुमार (13 अंक) के शानदार खेल के दम पर दबंग दिल्ली ने शुक्रवार को रोमांचक फाइनल में यहां पटना को पटखनी दी। पटना के लिए सचिन ने 10 और गुमान सिंह ने नौ अंक जुटाए लेकिन टीम को आखिरी मिनटों में रणनीतिक चूक का खामियाजा भुगतना पड़ा। पटना की टीम ने मैच के 34वें मिनट अपने सभी सब्सीट्यूशन खत्म कर दिए जिससे उसके तीनों शीर्ष रेडर सचिन, गुमान और प्रशांत कुमार को आखिरी के छह मिनट में बेंच पर बैठना पड़ा।
मैच के शुरुआत से ही दोनों टीमों में कांटे का मुकाबला रहा और शुरुआती तीन मिनट के बाद दोनों टीमें तीन-तीन अंक के साथ बराबरी पर थी लेकिन पटना ने दिल्ली की डिफेंस की कमजोरी का फायदा उठाते हुए टीम को ऑल आउट कर 12-9 की बढ़त हासिल कर ली। मध्यांतर के समय पटना की टीम 17-15 से आगे थी। मध्यांतर के बाद भी मैच में उतार चढ़ाव बना रहा। आखिरी मिनटों में शीर्ष रेडरों की गैरमौजूदगी में भी पटना ने अंक जुटाना जारी रखा लेकिन नवीन कुमार ने आखिरी अंक जुटाकर पटना के चौथी बार चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया।