आदर्श आचार संहिता में एक्टिव हुआ आबकारी विभाग
21 दिनों में 188 प्रकरण दर्ज,12 लाख की मदिरा ज़ब्त
जबलपुर-विकास की कलम
आदर्श आचार संहिता जारी होते ही निर्वाचन आयोग की सख्ती भी बढ़ गई है। जिला दंडाधिकारी ने शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं तो प्रशासन के साथ-साथ आबकारी विभाग ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी। जिले में मदिरा के अवैध कारोबार, इसके उत्पादन व बिक्री को रोकने,अवैध ठिकानों पर दबिश जैसी कार्यवाही काफी तेज कर दी गयी।जबलपुर कलेक्टर इलैयाराजा टी के निर्देशन मे एवं सहायक आबकारी आयुक्त जबलपुर के मार्गदर्शन आबकारी कंट्रोल रूम प्रभारी जी.एल.मरावी के द्वारा पंचायत चुनाव,एवं नगरीय निकाय मद्देनजर आवैध मदिरा के विनिर्माण, संग्रहण व विक्रय के विरुद्ध चलाये जा रहे विशेष अभियान में युद्ध स्तर पर कार्यवाही की जा रही है।
अवैध मदिरा बेचने वाले किए गए चिहिन्नत
विभाग की ओर से चुनाव के दौरान मदिरा की सरकारी दुकानों पर होने वाली बिक्री पर भी निगाह रखी जाएगी। विभाग की ओर से हर सरकारी दुकान पर होने वाली बिक्री के संंबंध में जिला प्रशासन, शासन व चुनाव विभाग को नियमित सूचना दी जाएगी। इसकी चुनाव विभाग की ओर से राज्य स्तर पर समीक्षा की जाएगी। जिले में अवैध मदिरा के कारोबार के लिए कुख्यात कुछ विशेष पॉकेट्स भी चिह्नित किए गए हैं। विभाग की ओर से इन पॉकेट्स में व इनके आसपास पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान खास नजर रखी जाएगी।
मुखबिर तंत्र हुआ एक्टिव,हर बारीक हलचल पर विभाग की नज़र
अवैध शराब निर्माण,विक्रय एवं संग्रहण को लेकर विभाग ने अपना मुखबिर तंत्र एक्टिव कर दिया है।जिनसे सतत संपर्क करते हुए शहर सीमा में संचालित गतिविधियों पर बारीक नज़र रखी जा रही है। इस दौरान सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए,विभागीय अमला अवैध शराब निर्माण,विक्रय एवं संग्रहण के मामलों में छापामार कार्यवाही करते हुए प्रकरण दर्ज कर रहा है।
इनका कहना है।
जी एल मरावी
कंट्रोल रूम प्रभारी-आबकारी विभाग