Musewala massacre- सामने आया लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सेंधवा से कनेक्शन, जांच करने पहुंची महाराष्ट्र पुलिस
विश्नोई और बरार के मना करने के बाद भी मूसेवाला ने किया था शो, इस तरह शुरू हुई इनके बीच अनबन
नई दिल्ली -विकास की कलम
दिल्ली पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के घर, गाड़ी उसके रूट्स की रेकी छह हत्यारे पिछले 15 दिनों से कर रहे थे। वे मूसेवाला की हत्या इसलिए नहीं कर पाए, क्योंकि तब वह बुलेट प्रूफ कार और हथियारों से लैस कमांडो के साथ निकलते थे। लेकिन जैसे ही पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ली, उन्हें निशाना बना लिया गया। सिद्धू मूसेवाला और गोल्डी बरार और लारेंस विश्नोई गैंग से क्यों ठनी, इसके पीछे एक कहानी सामने आई है। बताया जाता है कि सिद्धू मुसेवाला को अमेरिका में बैठे एक दोस्त ने शो करने बुलाया तो उन्होंने मुंबई के अपने इंवेट कैंसिल कर दिए और दोस्त के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जहां कार्यक्रम के बाद उन्हें एक ट्रैक्टर भेंट किया गया। सूत्रों के अनुसार कनाडा में बैठे गोल्डी बरार और बिश्नोई लॉरेंस के मना करने के बावजूद सिद्दू मूसेवाला कबड्डी कप में शो करने पहुंचे तो इससे दोनों बुरी तरह नाराज हो गए। समय के साथ उनकी अनबन गहरा गई और वे दोनों सिद्धू मूसेवाला की जान के दुश्मन बन गए। जिसकी कीमत अंतत: सिद्धू मूसेवाला को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
उधर, पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के संदिग्ध लॉरेंस बिश्नोई गैंग को मध्य प्रदेश के सेंधवा से हथियार सप्लाई करने के मामले की जांच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में महाराष्ट्र पुलिस की टीम पड़ताल करने बड़वानी जिले के सेंधवा पहुंची है। पुणे पुलिस के मुताबिक़ 13 बंदूक़ें सेंधवा से बिश्नोई गैंग के लोगों को पहुंचाई गई थी।
सेंधवा के थाना प्रभारी राजेश यादव ने माना कि सेंधवा का उमर्टी इलाक़ा अवैध हथियारों के लिए कुख्यात है, जहां पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उमर्टी में गांव के लोगों ने मीडिया को इस मामले के कवरेज से मना कर दिया, जिस वजह से टीम को वापस लौटना पड़ा। अवैध हथियारों के लिए सेंधवा का उमर्टी इलाका जाना जाता है। सेंधवा शहर में 2021 और 2022 में 37 पिस्टल, 17 देशी कट्टे और 50 से ज़्यादा राउंड जब्त किए है। इस मामले में स्थानीय लोगों के अलावा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और महाराष्ट्र के लोगों को गिरफ़्तार किया गया है।