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अमरनाथ यात्रा में मप्र के 500 यात्री फंसे, भोपाल के यात्री भी शामिल,इंटरनेट है बंद, मोबाइल नेटवर्क की भी हो रही परेशानी



अमरनाथ यात्रा में मप्र के 500 यात्री फंसे, भोपाल के यात्री भी शामिल,इंटरनेट है बंद, मोबाइल नेटवर्क की भी हो रही परेशानी

500 passengers of MP stranded in Amarnath Yatra


 

भोपाल। अमरनाथ यात्रा पर गए मप्र के 500 और भोपाल के सवा सौ यात्री फंस गए है। बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए गए यात्रियों के परिजनों को उनकी चिंता सताने लगी है। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद से उनकी यह चिंता और बढ गई है। गुफा के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले अलग-अलग इलाकों में प्रदेश के 500 और भोपाल के सवा सौ लोग फंसे हुए हैं। लोगों का कहना है कि यहां पर इंटरनेट बंद पड़ा हुआ है, साथी मोबाइल नेटवर्क की परेशानी हो रही है। बाबा बफार्नी के इतने करीब पहुंच चुके हैं, अब दर्शन कर ही वापस लौटेंगे। यह कहना है भोपाल के अवधपुरी निवासी प्रवीण पाटिल का। उन्होंने बताया कि वह पत्नी के साथ इस समय गुफा से मात्र पांच किमी दूर पंतचरणी में हैं। उन्होंने बताया कि अधिकतर श्रद्धालु बिना दर्शन किए ही वापस लौटने लगे हैं, लेकिन हम लोगों ने निर्णय लिया है कि बाबा के दर्शन किए वापस नहीं लौटेंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल अभी भी मौसम खराब बना हुआ है, बीएसएफ के जवान व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं। खाने-पीने की सुविधा बेहतर है। वह भोपाल से पांच जुलाई को मालवा एक्सप्रेस से जम्मू पहुंचे थे, इसके बाद पहलगाम से होते हुए पंचतरणी गए। यहां गुफा के पास बादल फटने के बाद यात्रा रोक दी गई। फिलहाल प्रशासन ने अभी आगे जाने पर रोक लगा रखी है। पाटिल ने बताया कि फोन पर परिजनों से बात हुई है, कुशलक्षेम जानने के बाद परिजनों को राहत मिली है। भोपाल के अशोका गार्डन निवासी अनिल तिवारी ने बताया कि वह फिलहाल पवित्र गुफा से 15 किमी दूर शेषनाग में ठहरे हुए हैं। उनके साथ भोपाल के करीबन दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु हैं। उन्होंने बताया कि शेषनाग में 3 हजार श्रद्धालुओं के खाने और ठहरने की व्यवस्था है, लेकिन अधिकांश जगह से श्रद्धालुओं को यहां भेज दिया गया है। संख्या बढ़कर 15 हजार के पार तक पहुंच गई है। इससे थोड़ी बहुत अव्यवस्था जरूर हुई है, टेंट कम पड़ गए हैं। इंटरनेट व्यवस्था ठप है। हांलाकि बीएसएफ के जवान टेंट की संख्या बढ़ा रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी है, इससे सांस लेने में परेशानी हो रही है।

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