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चांदी से निर्मित श्रीगणेश विराजेंगे आज,ललपुर स्थित श्री गणेश धाम ‘‘रजत गणेश मंदिर’’ के नाम से हैं प्रसिद्ध



चांदी से निर्मित श्रीगणेश विराजेंगे आज,ललपुर स्थित श्री गणेश धाम ‘‘रजत गणेश मंदिर’’ के नाम से हैं प्रसिद्ध



जबलपुर ।
सिद्ध गणेश धाम में सच्चे मन से पहुँचने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएँ पूर्ण होती है। चॉंदी से बने भगवान श्री गणेश जी सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण कर घरों में सुख, शांति एवं समृद्धि लाते हैं। उक्त विचार आज ललपुर स्थित श्री सिद्ध गणेश धाम एवं रजत गणेश मंदिर के आचार्य पं. प्रमोद तिवारी ने व्यक्त किये। उन्होंने ३१ अगस्त से प्रारंभ होने वाले महागणेशोत्सव के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि ललपुर के इस गणेश धाम में १० दिनों तक हजारों श्रद्धालुजन परिवार सहित आकर रजत भगवान गणेश जी का दर्शन करते हैं और दर्शन करने मात्र से सभी भक्तों की भगवान गणेश सम्पूर्ण मनोरथ पूर्ण करते हैं। आचार्य तिवारी ने कहा कि गणेश धाम रजत गणेश मंदिर के नाम से विगत १२ वर्षो से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में ३१ अगस्त को चॉंदी से बने श्रीगणेश जी के विराजते ही शुरू होगा महागणेशोत्सव का पर्व। पिछले १२ वर्षो से इस श्री सिद्ध गणेश धाम, रजत गणेश मंदिर, ग्वारीघाट में चाँदी से निर्मित गणेश मूर्ति की स्थापना होती आ रही है। आचार्य श्री तिवारी ने जानकारी दी कि विगत दो वर्षो में कोरोना महामारी के कारण स्थापना नहीं हो पायी थी इस वर्ष पुनः ३१ अगस्त दिन बुधवार सायं ०७ः०० बजे मंदिर परिसर में मूर्ति की स्थापना होगी। ३१ अगस्त से ९ सितम्बर तक प्रतिदिन षोड़ोपचार से गणेश जी का सस्रार्चन किय जावेगा। सनातन धर्म में चाँदी से निर्मित मूर्ति की पूजा करने से विशेष धन, वैभव, सुख, शांति, सम्पदा प्राप्त होती है एवं विघ्न हरता सारे दुःखो को हर लेते है, ९ सितम्बर अनंत चतुर्दसी के दिन हवन पूजन एवं विशाल भंडारे का आयोजन है एवं उसी दिन शाम को गणेश जी का जल विहार करके गणेश जन्म उत्सव का समापन हो जावेगा, १० दिनों तक मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जावेगा, प्रतिदिन महाआरती रात्रि ८ बजे होगी उसके पश्चात प्रसाद वितरण एवं भंडारे का आयोजन किया जावेगा।

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