महाकाल पहला ऐसा ज्योतिर्लिंग जिसके लिए स्तुति गान बना -
:: 108 संगीतकारों ने मिलकर तैयार किया है 'महाकाल' का स्तुति गान : कैलाश खेर -
इन्दौर।
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में महाकाल ऐसा ज्योतिर्लिंग है, जिसके लिए स्तुतिगान तैयार हुआ है। इसे 108 संगीतकारों ने मिलकर करीब सवा महीने में तैयार किया है।
उज्जैन में 'महाकाल लोक' के लोकार्पण समारोह में प्रस्तुति देने से एक दिन पूर्व इन्दौर पहुंचे कैलाश खेर ने यह जानकारी पत्रकारों से चर्चा के दौरान साझा की। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण की शुरुआत करेंगे। इस मौके पर गायक खेर भगवान महाकाल को समर्पित 'जय श्री महाकाल' स्तुतिगान की प्रस्तुति देंगे और इस दौरान महाकाल का स्तुतिगान लांच होगा। कैलाश ने बताया कि देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में महाकाल ऐसा ज्योतिर्लिंग है, जिसके लिए स्तुतिगान तैयार किया गया है। इस गीत को तैयार होने में करीब सवा महीने का समय लगा। सवाया तो हमारे यहां शुभ माना जाता है। 108 संगीतकारों ने मिलकर इसे तैयार किया है। 21 ब्राह्मणों के श्लोक भी गीत में सुनाई देंगे। नाथ संप्रदाय के 21 कलाकारों ने इसमें बीन बजाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान का दूत बताते हुए कैलाश खेर ने कहा कि वे देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो मंदिरों पर ध्यान दे रहे हैं। इससे पहले हमें कोई भी प्रधानमंत्री नहीं दिखा, जिसने मंदिरों पर ध्यान दिया हो। नरेन्द्र मोदी मंदिर परिसरों पर ध्यान दे रहे हैं, छोटी-छोटी गलियों को विस्तारित कर रहे है। मंदिर परिसर में फूल व प्रसाद बेचने वालों के बारे में भी सोच रहे है।
कैलाश खेर ने कहा कि अब देश के मन की दशा बदल रही है। यह देशवासी भी महसूस कर रहे हैं। हमारे देश की आध्यात्मिक ताकत ही देश को बचाकर रखेगी। कैलाश खेर ने कहा कि उन्होंने फिल्मों के लिए बहुत से गाने गाए हैं, लेकिन फिल्में देखने का शौक नहीं है, लेकिन उन्होंने बाहुबली फिल्म देखी है, जो बहुत अच्छी लगी थी।