भारतीय किसान संघ की प्रांतीय बैठक सेवा भारती कार्यालय में संपन्न
‘‘चलो ग्रामसभा से विधानसभा‘‘ विशाल किसान आंदोलन 22 नवंबर को भोपाल में
जबलपुर । भारतीय किसान संघ महाकौशल प्रांत की प्रांतीय बैठक सेवा भारती के कार्यालय में शनिवार को क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी की अध्यक्षता व राष्टीय कार्यकारिणी सदस्य विशाल चंद्राकर के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुई। मध्यक्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान विभिन्न समस्याओं से संघर्ष कर रहा है। खाद, बीज की समस्याओं हो या फिर अपनी उपज को विक्रय करना हो या फिर प्राकृतिक आपदा। प्रदेश में व्याप्त कालाबाजारी से किसान परेशान है।
श्री चौधरी ने भोपाल में 22 नवंबर को होने वाले ‘‘चलो ग्रामसभा से विधानसभा‘‘ आंदोलन के बारे जानकारी देते हुये बताया कि प्रदेश के किसान अपने अपने गांवों की समस्याओं के प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित कर उसे लेकर भोपाल आयेंगे और सरकार को सौपेगें। श्री चौधरी ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश कृषि प्रधान राज्य है और मुख्य आय कृषि से ही है। लेकिन राज्य सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील व गंभीर नहीं है। भारतीय किसान संघ की सरकार से मांग है कि सरकार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर प्रदेश की कृषि नीति, खाद, बीज व बिजली की उपलब्धता, सिंचित असिंचित भूमि, राजस्व, उपार्जन, लाभकारी मूल्य सहित गावों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा कर उनके समाधान हेतु नीतियां व योजनायें बनायें। साथ ही शहरों की तर्ज पर भी गावों के विकास का मास्टर प्लान बने।
इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के मध्यक्षेत्र संगठन मंत्री महेश चौधरी, भारतीय एग्रो इकानामिक रिसर्च सेंटर के राष्टीय अध्यक्ष प्रमोद चौधरी, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटैल, राष्टीय कार्यकारिणी सदस्य विशाल चंद्राकर, प्रांत संगठन मंत्री भरत पटैल, प्रांत अध्यक्ष गजराज सिंह, प्रांत महामंत्री प्रहलाद पटैल, कोषाध्यक्ष विजय गोंटियां, प्रांत प्रचार प्रमुख राममिलन पटैल, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य नंदकिशोर परोहा, पुखराज सिंह चंदेल, आलोक पटैल, सरदार सिंह पटैल, होरीलाल पटैल, जिलाध्यक्ष मोहन तिवारी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
*6000 ग्राम समितियों से आयेंगें किसान।*
भारतीय किसान संघ के प्रांत अध्यक्ष गजराज सिंह ने बताया कि प्रदेश में किसान संघ की 6000 ग्राम समितियां हैं। प्रत्येक ग्राम समितियों से सैकड़ों किसान राजधानी भोपाल के लिये 22 नवंबर को कूच करेगें। श्री सिंह ने बताया कि सभी जिलों व तहसीलों में आंदोलन की तैयारी को लेकर बैठकें का क्रम चल रहा है। प्रदेश की राजधानी में किसान 22 नवंबर को अपने वाहन व ट्रैक्टर आदि से पहुचेगे।