दुनिया में वह समाज आगे बढ़ा है, जिसने शिक्षा को प्राथमिकता दी है : प्रधानमंत्री
- गुजराती मोढ मोदी समाज ट्रस्ट द्वारा निर्मित ‘मोदी शैक्षणिक संकुल’ का लोकार्पण
अहमदाबाद |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को अहमदाबाद में श्री मोढ वणिक मोदी ज्ञाति (जाति) मिल्कत ट्रस्ट अंबाजी तथा समस्त गुजराती मोढ मोदी समाज ट्रस्ट की ओर से निर्मित ‘मोदी शैक्षणिक संकुल’ के लोकार्पण अवसर पर कहा कि दुनिया में जिस समाज ने शिक्षा को प्राथमिकता दी है, उसी समाज ने प्रगति की है। उन्होंने कहा कि राज्य के मोदी समाज ने इस बात को प्राथमिकता देकर समाज के बच्चों के लिए हॉस्टल की सुविधा का निर्माण करते हुए शैक्षणिक संकुल बनाया है, जो सही दिशा और सही रास्ता है। इसी रास्ते से समाज कल्याण की दिशा भी खुलेगी। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कल उन्होंने मोढेश्वरी माता के दर्शन किए थे, आज समाज देवता के दर्शनों का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि, “मेरे लिए समाज के चरणों में आना और समाज का आशीर्वाद लेना, यह धन्य क्षण है।” मोदी समाज अत्यंत साधारण जीवन जीने वाला छोटा समाज है, इसके बावजूद यह अभिनंदनीय है कि समाज के सहयोग से शैक्षणिक परिसर के निर्माण का भगीरथ कार्य पूरा हुआ है। इसके साथ ही समाज ने एक सुनिश्चित लक्ष्य के साथ यह कार्य पूर्ण किया है, जो सही दिशा में उठाया गया कदम है। प्रधानमंत्री ने मोदी समाज के अनुशासन और सौम्यता का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक ऐसा समाज है, जो कभी किसी के लिए बाधा नहीं बना है। आज के समय में संगठन ही बड़ी शक्ति है, इस बात को आज समस्त मोदी समाज ने साबित कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि, “राज्य में लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने और दो बार प्रधानमंत्री पद पर रहने के बावजूद समाज का एक भी व्यक्ति उनके पास कोई भी काम लेकर नहीं आया है। इसके जरिए समाज ने मुझे बड़ा सहारा और ताकत दी है। मेरा परिवार और मेरा समाज मुझसे कोसों दूर रहे हैं, इसलिए व्यक्तिगत रूप से आज मेरे लिए समाज का ऋण स्वीकार करने का अवसर है। मैं इस समाज को आदरपूर्वक वंदन करता हूं।”सिंगापुर के प्रधानमंत्री द्वारा उनके क्षेत्र में बनाई गई एक छोटी आईटीआई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस आईटीआई में कौशल वर्धन को प्राथमिकता दी गई है। इसी तरह यह वांछनीय है कि हमारे यहां भी आज के युवा शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी बने, लेकिन बच्चों के कौशल वर्धन को हमें निश्चित आकार देना होगा। यह सर्वव्यापक सत्य है कि हुनर होगा तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा। यह भी उतना ही सच है कि आने वाले समय में डिग्री वालों की तुलना में हुनर वालों की ताकत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि श्रम की प्रतिष्ठा ही प्रगति की औषधि है। आने वाली पीढ़ी श्रम-कौशल के चलते ही अधिक प्रगति कर सकेगी। लोकार्पण समारोह में संबोधन से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मोदी शैक्षणिक संकुल’ का दौरा कर सभी विभागों और व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।