असमय वर्षा से खेतों में भरा पानी, मटर की बोहनी खराब
जबलपुर ।
मानसून सत्र समाप्त हो गया है। प्रदेश से मानसून विदा ले रहा है। सतना तक मानसून की विदाई हो चुकी है। अगले दो दिनों में जबलपुर से भी हो जाएगी। इस दौरान अगले २४ घंटों के दौरान हल्की बारिश हो सकती है। गुरूवार को आसमान पर बादलों की आवाजाही बनी रही है, बेमौसम बारिश से किसान चितिंत हो उठा, जिला में बहुतायत मटर की खेती होती है जो बीती रात हुई तेज बारिश में मटर की फसल बरबाद हो गई। पाटन में १०० फीसदी मटर की बोहनी खराब हो गई। भारत कृषक समाज ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर फसलों के नुकसान का सर्वे कराने की मांग की। भारत कृषक समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं महाकौशल के अध्यक्ष केके अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को ईमेल से पत्र भेजकर कहा है कि अचानक बेमौसम बारिश होने से किसान तबाह हो गया। जबलपुर में हरा मटर बहुतायत में होता हैं। पाटन तहसील के सभी क्षेत्रों में मटर की फसल को बहुत नुकसान हुआ है इसी तरह ग्राम डोभी शहपुरा में बहुत तेज पानी गिरने से खेतों में ज्यादा पानी गिर गया और मटर खराब हो गया। इसी तरह मझगवां और बघराजी में व्यापक पैमाने पर मटर की फसल खराब हुई। इधर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून सत्र ३० सितम्बर को समाप्त हो चुका है। लौट रहा मानसून बारिश कर रहा है।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार सतना तक मानसून क्रास हो चुका है। अगले २४ घंटों के दौरान जबलपुर से भी विदा ले लेगा। इस बीच छुटपुट वर्षा हो सकती है। पिछले २४ घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान २३.५ डिग्री सेल्सियस सामान्य से ४ डिग्री कम, न्यूनतम तापमान २०.६ डिग्री सामान्य से १ डिग्री कम दर्ज किया गया। हवा में नमीं प्रात:काल ९३ प्रतिशत और सायंकाल ८७ प्रतिशत आंकी गई। सूर्योदय सुबह ६.०६ व सूर्यास्त ५.४८ बजे हुआ। पिछले वर्ष आज के दिन का अधिकतम तापमान ३४.०१ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान २०.०५ डिग्री दर्ज किया गया था। दक्षिणी हवाएं ७ से ८ fिकलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। अगले २४ घंटों के दौरान छुटपुट वर्षा हो सकती है। पिछले २४ घंटों के दौरान ७२.०४ मिली वर्षा लगभग ३ इंच दर्ज की जा चुकी है।