Vikas ki kalam

गूँज का सांगीतिक निशा एवं सम्मान समारोह आयोजन

गूँज का सांगीतिक निशा एवं सम्मान समारोह आयोजन



जबलपुर ।

पग घुँघरू बाँध मीरा नाची रे..., जय जय शिव शंकर.., मार गई मुझे तेरी जुदाई...., सुरमा मेरा निराला..., आँखों आँखों में बात होने दो...., ओ मेरी शर्मीली...जैसे सुमधुर गीतों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अवसर था गूँज अंतर्राष्ट्रीय मंच के तत्वावधान में  शहीद स्मारक प्रेक्षागृह में हरफनमौला फनकार किशोर कुमार की ३५ वीं पुण्यतिथि एवं संस्था के स्थापना दिवस का। इस अवसर पर किशोर कुमार के गीतों के माध्यम से 'कमाल के किशोर’ स्वरांजली अर्पित की गई। यह आयोजन अंतराष्ट्रीय जादूगर एस.के.निगम हीरक जयंती वर्ष पर समर्पित रहा। माधुरी मिश्रा, अरविंद विश्वकर्मा,राजेश अग्रवाल के संयोजन में आयोजित संगीत समारोह में मनीष दुबे, उमेश मिश्रा, दुर्गेश ब्यौहार, नीरज शुक्ल, अरविन्द विश्वकर्मा, कमल बघेल, राजेश अग्रवाल, मृदुल चतुर्वेदी, मोहित मिश्रा, डॉ. अनिल कोरी, किशोर कथूरिया, सलिल तिवारी, शिब्बू मिश्रा, चंदू गावंडे, रेनू जैन, विनीता पैगवार, शोभा सिंह, सुमन अग्रवाल, आयुषी सोनी, प्रतिभा दुबे आदि ने किशोर दा के एक से बढ़कर एक गीतों से समां बांधा। कलाकारों का अभिनंदन गूँज संस्था के अध्यक्ष नीरज शुक्ला, गूँज राष्ट्रीय ब्राह्मण मंच के अध्यक्ष मनीष दुबे द्वारा किया गया। इस अवसर पर थाईलैंड में हिंदी

का परचम फहराने वाले राजेश पाठक प्रवीण एवं संतोष नेमा को हिंदीश्री अलंकरण, साहित्यकार मनोहर चौबे आकाश को शब्दशिल्पी तथा डॉ.पूनम शर्मा पूनम को स्वररत्न अलंकरण प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि पं. रुद्रदत्त दुबे, विशिष्ट अतिथि श्रीमती माया पांडे, जादूगर एस.के. निगम, डॉ. अभिजातकृष्ण त्रिपाठी,सुशील श्रीवास्तव, नंदकुमार जैन, विजय तिवारी किसलय, सुरेश विचित्र,राजेंद्र मिश्रा,डॉ.कौशल दुबे एवं सुरेश दर्पण रहे। अध्यक्षता आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे तथा मंच संचालन माधुरी उमेश मिश्रा ने किया।

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