मुंबई से शहर पहुँचा सड़क हादसे में २ मृत लोको पायलट का शव
अधिकारियों, कर्मचारियों ने दी श्रद्धांजलि
जबलपुर । पुणे के पास एक सड़क हादसे में मृत पमरे के जबलपुर रेल मंडल के दो असिस्टेंट लोको पायलट (एएलपी) के शव मंगलवार को मुंबई-हावड़ा मेल से शहर पहुँचे। रेलवे स्टेशन पर मृत रेल कर्मियों एएलपी गौरव गौतम एवं शत्रुंजय त्रिपाठी के शवों को देखकर परिसर में मौजूद रेलकर्मियों और परिजनों की आंखे नम हो गई। गमगीन माहौल में मृत रेलकर्मियों को रेल अधिकारियों, रेलकर्मियों के साथ यूनियन पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
हादसे में हुई मौत................
रेल कर्मियों ने बताया कि जबलपुर रेल मंडल के एएलपी का इन दिनों भुसावल स्थित रेलवे के ट्रेनिंग सेंटर में रिप्रâेशर कोर्स चल रहा हैं, जिसमें जबलपुर मंडल का स्टाफ भी गया हुआ है, रविवार ६ नवम्बर को अवकाश होने पर अनुमति लेकर सतना में पदस्थ एएलपी कुमार गौरव गौतम, शत्रुंजय त्रिपाठी, जबलपुर व सागर में पदस्थ राघवेंद्र सिंह राठौर व सौरव पाठक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल लोनावाला एक ऑटो से घूमने जा रहे थे। मुंबई-पुणे हाईवे के खंडाला के समीप खोपली में सामने से आ रही तेज रफ्तार बस ने उनकी ऑटो को टक्कर मार दी, जिससे आटो रिक्शा चकनाचूर हो गया और उसमें सवार चारों एएलपी घायल हो गये। दो एएलपी कुमार गौरव गौतम, शत्रुंजय त्रिपाठी की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हादसे में घायल ऑटो में सवार एएलपी राघवेंद्र सिंह राठौर व सौरव पाठक उपचार के बाद अब स्वस्थ्य हैं।
ये रहे मौजूद............
अपने दिवंगत साथियों को अंतिम विदाई देने पमरे के अधिकारी, बड़ी संख्या में एलपी, एएलपी, कर्मचारी उपस्थित हुये। इस मौके पर सीनियर डीईई टीआरओ राम बदन मिश्रा, एडीईई टीआरओ संजय पांडेय, स्टेशन डायरेक्टर मृत्युंजय कुमार, डब्ल्यूूसीआरईयू के मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला, मंडल सचिव रोमेश मिश्रा, डब्ल्यूसीआरएमएमस के मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, सीसीओर एम आई खान, सीएलआई आर के वघेला, सीएलआई मिराज बिरहा, डब्ल्यूआई रवींद्र कुमार त्रिपाठी, उत्सव दीक्षित, सीएलआई एल पी यादव, ओ पी यादव डायरेक्टर ईसीसी मनीष यादव व सैकड़ों लोको पायलट, एएलपी ने स्टेशन पहुंचकर १२३२२ हावड़ा मेल के एसएलआर में रखे पार्थिव शरीर पर पुष्प, मालाएं अर्पित कर श्रद्धांजलि दी एवं प्लेटफार्म पर शोक सभा कर दो मिनट का मौन रखकर आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। उपस्थित अधिकारियों व यूनियन प्रतिनिधियों ने परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सान्त्वना दी व ढांढस बंधाया।