मिस्र में मिली सोने की जीभ वाली प्राचीन ममी मृतकों के देवता ओसिरिस से है कनेक्शन
काहिरा। पिरामिडों के देश मिस्र में पुरातत्वविदों ने प्राचीन मकबरों का पता लगाया है। इन मकबरों के अंदर सोने की जीभ वाली ममी मिली हैं। अधिकारियों का कहना है कि क्वैसना नार्कोपोलिस में कई ममी मिली हैं। इस कब्रिस्तान में हजारों की संख्या में मकबरे हैं जो देश के इतिहास के अलग-अलग कालखंड के हैं। माना जाता है कि इन ममी के असली जीफ को निकालकर उनकी जगह पर ये सोने की जीभ एक खास मकसद से लगाई गई थी।
प्राचीन मिस्र में माना जाता था कि इंसान की मौत के बाद वह देवता ओसिरिस के पास जाता है और सोने की जीभ की मदद से वह बात कर पाता है। मिस्र के मान्यता के मुताबिक ओसिरिस देवता लॉर्ड ऑफ द अंडरवर्ल्ड कहे जाते हैं और मरे हुए लोगों के साथ न्याय करते हैं। देवता ओसिरिस प्राचीन मिस्र के सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक हैं। मान्यता के मुताबिक ओसिरिस मृतकों के देवता हैं और उनकी मौत हो गई थी। उन्हें कई टुकड़ों में काटकर पूरे शव को मिस्र के कई इलाकों में फेंक दिया गया था। ओसिरिस की बहन और पत्नी आइसिस ने सभी टुकड़ों की खोजकर करके फिर से एकजुट किया था और फिर से अपने पति को जिंदा कर दिया था।
ऐसी मान्यता है कि सोने की जीभ की मदद से कोई भी मृतक ओसिरिस देवता को मना पाता है ताकि वह उनकी आत्मा पर रहम बरते। मिस्र के पुरातत्व अधिकारी मुस्तफा वजीरी ने कहा कि ये ममी बहुत खराब हालत में मिली हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ममी के मुंह के अंदर सोने की जीभ मिली है वहीं कुछ लोग सोने की पतली परत से ढके हुए हैं और उसे लकड़ी के ताबूत के अंदर रखा गया है। ये सोने के टुकड़े कॉकरोच और कमल के फूल के आकार के हैं। इसके अलावा कई अन्य पुरावशेष भी मिले हैं। इन खोजों के बारे में मिस्र के पर्यटन मंत्रालय ने अपने फेसबुक पेज पर ऐलान किया। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ताजा खोज में अभी कितनी ममी मिली हैं और कितनी ममी के अंदर सोने की जीभ है। इस ताजा खोज को क्वैसाना पुरातत्व परिसर में अंजाम दिया गया है जिसमें विभिन्न काल के मकबरे हैं। मंत्रालय ने कहा कि परिसर के तीन अलग-अलग लेवल दफन करने के तरीकों के बारे में बताते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक मिस्र के ममी के अंदर सोने जीभ पाया जाना आम बात है।