२० वर्ष पूर्व किया था किसानों ने आंदोलन
७२ किसान जिला कोर्ट से बरी
जबलपुर। विगत २० वर्षों से न्यायालय में संघर्ष करने किसानों को आखिरकार जीत हासिल हुई। एक वर्ष से लगातार माह में दो-तीन पेशियां हो रही थी। जिला अदालत की न्यायाधीश सुश्री श्रद्धा पांडे की जिला अदालत ने तमाम साक्ष्य एवं गवाहों की समीक्षा के बाद सभी किसानों को रिहाई का आदेश दिया गया।
भारत कृषक समाज से के. के. अग्रवाल एवं रूपेन्द्र पटेल द्वारा दी गई जानकारी अनुसार सन २००२ में धान एवं गेहूं के खरीदी केंद्रों की स्थापना एवं समर्थन मूल्य पर गांव-गांव में खरीद प्रारंभ करने किसानों के गैर राजनैतिक राष्ट्रीय संगठन भारत कृषक समाज के नेतृत्व में पूरे जबलपुर में किसानों द्वारा आंदोलन किये गए थे। इसी कड़ी में आशीर्वाद मार्केट लॉर्डगंज स्थित एफ. सी. आई कार्यालय का एक ऐतिहासिक आंदोलन में सैकड़ों की संख्या में किसानों ने घेराव कर जंगी प्रदर्शन किया था। इस क्रांतिकारी आंदोलन में जिला प्रशासन एवं पुलिस ने किसानों की गिरफ्तारियां की एवं ७२ किसान भाइयो को जेल भेजा गया था। उल्लेखनीय है कि विगत २० वर्ष पूर्व किए गए इस आंदोलन के फलस्वरुप किसान सरकार पर दबाव बनाने में सफल हुए थे जिसके कारण उसी समय शासन के निर्देश के तहत गांव की सहकारी साख समितियों में समर्थन मूल्य पर किसानों के उत्पाद की खरीद प्रारंभ हुई जिसका लाभ पूरे प्रदेश के किसानों को मिला। सोमवार को इस फैसले से किसानों में हर्ष है उन्हें ताकत मिली है कि इसी प्रकार किसानों के हितों एवं हकों की रक्षा के लिए नवयुवक संघर्ष जारी रखेंगे। किसानों की ओर से एडवोकेट भगवत पटेल ने पैरवी की।