यूनियन ने प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
ओएफके में बने ४ लाख के बमों का लॉट फेल
जबलपुर । आयुध निर्माणी खमरिया में निर्माणी प्रशासन और कर्मचारी संगठनों के बीच गतिरोध जल्द समाप्त होता नहीं दिख रहा है. निर्माणी में बुधवार को श्ुारु हुई हड़ताल गुरुवार को भी जारी रहे. हड़ताल की वजह आयुध निर्माणी खमरिया (ओएफके) में ४ लाख बमों का लॉट फेल हो जाना बताया जा रहा है. जिसके चलते कर्मचारी संगठनों ने प्रबंधन की मोर्चाबंदी कर दी है। लेबरकामगार और एससीएसटी यूनियन के संयुक्त संघर्ष समिति ने तो गत बुधवार से ओएफके मुख्य द्वार पर धरना शुरू कर दिया है जो गुुरुवार को भी जारी है। यूनियनों का आरोप है कि टी टैंक बमों में लगने वाले ५५१ और ७५१ फ्यूज में निर्धारित मापदंड के तहत ग्लू नहीं लगाए जाने के कारण लॉट फेल हो गए। लिहाजा प्रबंधन को उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ ही साथ गुणवत्ता पर भी फोकस करना चाहिए। वहीं अपने लापरवाही का ठीकरा कर्मचारियों पर नहीं फोड़ना चाहिए।
महा प्रबंधक ने बुलाई बैठक ................
धरना प्रदर्शनों को देखते हुए महाप्रबंधक ने तत्काल उत्पादन लक्ष्य की पूर्ति एवं उत्पादन में हो रही समस्याओं के संबंध में चर्चा करने हेतु यूनियन एवं फिलिंग अनुभाग के डीओ जीओ सभी के साथ अतिआवश्यक बैठक बुलाई थी। लेकिन इंटक के अलावा कोई भी कर्मचारी बैक में शामिल होने नहीं पहुंचा। जिसमें इंटक यूनियन ने सुझाव दिया कि यदि प्रत्येक सेक्शन में एलपीसी की प्रॉपर मीटिंग हो और वहां से जो भी हमारी कमियां है। वह निकल कर ऊपर तक पहुंचे। अनुभाग में कितना उत्पादन लक्ष्य होना चाहिए यह निश्चित हो उत्पादन चार्ट प्रत्येक अनुभाग में लगा होना चाहिए।