मुंबई।
इन दिनों महाराष्ट्र में बयानों को लेकर सियासत गर्म है. अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले मुगल बादशाह औरंगजेब को औरंगजेब जी कह कर घिर गए हैं. राकांपा नेता अमोल मिटकरी ने उनसे 24 घंटे के भीतर माफी मांगने को कहा है वरना चेतावनी दी है कि राकांपा राज्य भर में उनके खिलाफ आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि जिस क्रूर राजा ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज की हत्या की उसे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष औरंगजेब जी कैसे कह सकते हैं. इस पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले ने अपने जवाब में कहा कि उन्होंने औरंगजेब को ‘जी’ कह कर संबोधित किया ही नहीं. बीजेपी के लिए औरंगजेब क्या है यह किसी को समझने और समझाने की जरूरत नहीं है. उनके लिए वो ‘क्रूर औरंग्या’ है. दरअसल यह विवाद यूं शुरू हुआ कि राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड ने यह बयान दिया था कि यह सच है कि औरंगजेब ने अपने पिता को कैद किया. भाइयों की हत्या की. लेकिन वह हिंदू विरोधी नहीं था. उसने मंदिरों को दान दिए. जितेंद्र आव्हाड पर कमेंट करते हुए चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा ‘जितेंद्र आव्हाड नौटंकी कर रहे हैं. उनकी हर बात में नौटंकी होती है. अभी औरंगजेब जी को वो क्रूर नहीं मानते.’ यह बयान उन्होंने हिंदी में दिया। लेकिन यह कहने के बाद चंद्रशेखर बावनकुले कहते हैं कि वे तो औरंगजेब को औरंग्या कहते हैं. उन्होंने अपनी सफाई में एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘क्रूरकर्मा पापी औरंग्या ने छत्रपति श्री संभाजी महाराज (शिवाजी महाराज के बेटे) की क्रूरता से हत्या की. औरंग्या ने काशी विश्वेश्वेर का मंदिर तोड़ा. ऐसे नीच क्रूरकर्मा को मैं सपने में भी जी कह कर संबोधित नहीं कर सकता. औरंग्या तो पापी और औरंग्या ही कहा जाएगा!!’ चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि वे यह कहना चाह रहे थे कि जितेंद्र आव्हाड के लिए औरंगजेब जी है. इसलिए मेरे कहने में जी का संबोधन आया. मैं क्यों पापी औरंग्या को जी कहूं? बहरहाल अब सच जो भी हो महाराष्ट्र में फिलहाल बस ‘ये बयान वो बयान उसका बयान इसका बयान’ बस यही राजनीति शुरू है।