जबलपुर
म.प्र. कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि बिजली विभाग के साउथ डिवीजन का पुरवा कार्यालय गडबडियों एवं चोरी का अड्डा बन चुका है। पूर्व में भी इसी कार्यालय के शिकायत केन्द्र में चोरी से जलाई जा रही बिजली का भाडा फोड़ कांग्रेस ने किया था और इतिहास में पहली बार बिजली विभाग के दफ्तर का पंचनामा बनाया गया था।
सरकारी क्वार्टर को किराये पर देकर अपनी जेब गरम कर रहे बिजली अधिकारी
अनाधिकृत तौर पर प्राइवेट कर्मचारी को दिये गये सरकारी क्वार्टर में DE एवं AE के द्वारा करवाई जा रही है कई महिनों से बिजली चोरी
कहने को तो कार्यवाही के बाद से ही पूरा विभाग काफी सतर्क हो गया था लेकिन लंबे समय से चली आ रही भ्रष्टाचार की लत ने अधिकारियों और कर्मचारियों की बिजली चोरी करने का आदि बना दिया था लिहाजा बिजली चोरी करवाना और उसके पैसों से अय्याशी करना अब उनकी आदत में शुमार हो चला है।
सरकारी क्वार्टर में बसवा दिया निजी कर्मचारी
आज एक और चैकाने वाला सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया जब यह पाया गया कि बिजली विभाग के पुरवा कार्यालय कम्पाउंड में जो सरकारी क्वार्टर हैं वह निजी कर्मचारी के परिवार को अनाधिकृत तौर पर नियम शर्तो को ताक पर रख कर के मौखिक आदेश पर दे दिया गया और इतना ही नहीं विगत कई माह या सालों से उक्त क्वार्टर में DE एवं AE के आदेश पर बिजली चोरी करने की खुली छूट प्रदान की गई। जिसकी पुष्टि वहां रह रहे परिवार के मुखिया विनीत कुशवाहा ने की।
जब सैंया बने कोतवाल तो डर काहे का....
कहते हैं कि जब अधिकारी ही किसी कर्मचारी के ऊपर अपना वरदहस्त रख दे। तो फिर उस पर कार्यवाही कौन करेगा अधिकतर या देखा गया है कि निजी स्वार्थ के चलते वरिष्ठ अधिकारी किन्ही निजी कर्मचारियों पर कुछ ज्यादा ही कृपा बरसा देते हैं परिणाम स्वरूप कुछ ऐसी अनैतिक गतिविधियां भी अंजाम दिए जाने लगती हैं जोकि सरासर गलत और गैर कानूनी होती है लेकिन सवाल ये उठता है कि इन पर कार्यवाही कौन करेगा क्योंकि कार्यवाही करने वाले ने ही इन्हें गैरकानूनी हरकत करने का खुला प्रमाण पत्र दे रखा है। अब ऐसे में यह कहावत भी काफी सटीक बैठती है कि....
जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का
मीटर की कोई जरूरत नहीं धड़ल्ले से चोरी की बिजली जलाओ...
विनीत कुशवाहा से जब पूछा गया तो उसने सार्वजनिक बयान दिया कि DE की सहमति से उस क्वार्टर में रह रहा है। चोरी से जलाई जा रही बिजली पर विनीत कुशवाहा से कहा गया तो उसका बयान था कि DE साहब ने कहा है जब जरूरत पडेगी विद्युत मीटर लगा दिया जायेगा। क्वाटर निवासी विनीत कुशवाहा के द्वारा वहां निवास करने के एवज में कभी भी बिजली कंपनी को किराया बतौर कोई भी रकम नहीं दी गई।DE एवं AE का भी हदें लांघकर क्वाटर अलाट करना, साथ ही साथ उक्त परिवार को अपने ही आफिस परिसर में चोरी की बिजली जलाने की छूट देना साफ तौर पर इस ओर इशारा करता है कि इन दोनों अधिकारियों ने बिजली कंपनी को राजस्व की हानि पहुंचाते हुये अपनी जेबे गरम की।
भ्रष्ट अधिकारियों को लगातार बेनकाब कर रहा..कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ
कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ बिजली विभाग के इन भ्रष्ट अधिकारियों पर 24 घंटे नजर रखे हुये हैं जिसके चलते उक्त जानकारी हम लोगों तक पहुंची। जानकारी लगते ही कांग्रेस बिजली समस्या निवारण प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष अनुज श्रीवास्तव अपने कार्यकर्ताओं के साथ पुरवा बिजली कार्यालय पहुंचे। जहां इस चोरी का खुलासा हुआ। घंटों बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधने की कोशिश की गई मगर कोई सामने नहीं आया। कांग्रेस पार्टी ने एलान किया है कि अगर 48 घंटे के अंदर इस चोरी में लिप्त क्म् नवनीत राठौर एवं ।म् भूपेन्द्र चैरसिया पर बिजली विभाग कार्यवाही नहीं करता है तो कांग्रेस पार्टी CE श्रीमान् अरविंद चौबे जी का घेराव करेगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अनुज श्रीवास्तव, मयंक पौराणिक, मलखान पटेल, अजय राजपूत, कोमल मिश्रा, अंकित शाह, सुरेन्द्र शाह, सुमित चैहान, संदीप जैन आदि उपस्थित थे।