जबलपुर
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मध्यप्रदेश के समस्त शासकीय-अशासकीय विद्यालयों को यूडाइस भरने का फरमान जारी किया गया किन्तु जब प्रत्येक छात्र -छात्राओं की 54 कालम की जानकारी भरने शिक्षक अपने अपने मोबाइल पर बैठते हैं तो यूडाइस पोर्टल का सर्वर ही नहीं चलता।वहीं वरिष्ठ अधिकारी चंद दिनों की मोहलत के बाद वेतन रोकने की खुले आम धौंस दें रहे हैं।
यूडाइस का निकला जिन्न,
बिना प्रशिक्षण के कैसे होती एंट्री
सूचना के बाद प्रशासन एक्टिव मोड पर
आनन -फानन में udise +sdms एंट्री की प्रगति की बैठक बुलाई
गणवेश -अंकसूचियां साल भर से नहीं मिली तो अधिकारीयों का वेतन क्यों नहीं रोका...?
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर के अनुसार यूडाइस भरने का कार्य माह सितम्बर-अक्टूबर में शुरू होना चाहिये था किन्तु सत्र के अंतिम समय में वरिष्ठ अधिकारीगण कुम्भकरणीय नींद से अब जागे हैँ।अब शिक्षक वेतन रोके जाने के भय से रात-दिन एक कर अपनी आंखे फोड़ कर प्रत्येक छात्र-छात्राओं की 54 कॉलम की जानकारी भरने में लगे हैं किन्तु परेशानियाँ पीछा ही नहीं छोड़ रहीं।कभी यूडाइस पोर्टल सर्वर डाउन तो कभी लोड नहीं ले रहा है,ऐसे हालात आखिर क्यों निर्मित होते है..? क्या विभाग प्रमुख की वेतन रोकना नहीं चाहिए..? क्योंकि वर्ष 2021-22 कक्षा पांचवीं /आठवीं बोर्ड परीक्षा की अंक सूचियां आज दिनांक तक वितरित नहीं कर सकें। सत्र समाप्त होने तक गणवेश वितरण नहीं कर सकें।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने आगे बताया कि पूर्व में यूडाइस भरने का कार्य बी.आर.सी. कार्यालय के ऑपरेटर द्वारा किया जाता था।स्कूलों द्वारा केवल हार्ड कॉपी में जानकारियां भर के दी जाती थी ,जिसमें त्रुटियां भी कम होती थी। गंभीर विषय ये है, कि विभाग द्वारा शिक्षकों को शाला यूडाइस भरने का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी नहीं दिया, जिससे त्रुटियां होने की संभावना भी अधिक है।
कलेक्टर की पाठशाला में कानून की पढ़ाई...नागरिकों को पढ़ाया जा रहा मौलिक अधिकार
सूचना मिलने पर आनन फानन में दिनांक 13/4/23 को udise +sdms एंट्री की ट्रेनिंग मॉडल स्कूल जबलपुर में आयोजित की जा रही है जिसमें डी ई ओ,सभी बी ई ओ,डी पी सी, सभी बी आर सी सी, ऍम आई एस प्रशिक्षण देंगें और समस्याओँ का समाधान करेंगे।सोचने वाली बात है कि क्या एकदिवसीय 1.30 घंटे की ट्रेनिंग पर्याप्त होगी क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी अशासकीय शालाओं को सुबह 11 से 12.30 फिर प्राचार्य /प्रभारी शासकीय शाला को दोपहर 1 से 2.30 बजे तक ट्रेनिंग देंगें साथ ही साथ नगर 1,2 एवं ग्रामीण को छोड़कर शेष बी आर सी सी एवं ऍम आई एस आज ही अपने अपने विकासखंड पर समस्त अशासकीय एवं शासकीय शालाओं के प्राचार्य /शाला प्रभारी की udise प्लस में sdms एंट्री की ट्रेनिंग आयोजित करेंगे।यदि पहले जाग जाते तो इतनी भाग दौड़ से बचते पर आदत से मजबूर हैँ बाढ़ आने के बाद नाव ढूंढ़ते है ये स्वाभाव में शामिल है।
पढ़ना न भूलें इस महिला एसआई की कहानी..जो हो गई रातों रात वायरल
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के दिलीप सिंह ठाकुर, माधव पाण्डेय, भास्कर गुप्ता, अजब सिंह, जी आर झारिया, विश्वनाथ सिंह, आकाश भील, सुल्तान सिंह, नितिन तिवारी, दुर्गेश खातरकर, ऋषि पाठक, अरविन्द विश्वकर्मा, आदेश विश्वकर्मा, डेलन सिंह, देवराज सिंह, धर्मेंद्र परिहार, रेनू बुनकर, अर्चना भट्ट, पुष्पा रघुवंशी, चंदा सोनी, ब्रजवती आर्मो, भागीरथ परसते, अम्बिका हँतिमारे, सुमिता इंगले, शायदा खान, चंद्रभान साहू, गंगाराम साहू, भोगीराम चौकसे, विष्णु झारिया, महेश मेहरा, भोजराज विश्वकर्मा, राशिद अली, शायदा खान, सतीश खरे, सुधीर गौर, पवन सोयाम, पंकज जैन, रामदयाल उइके, रामकिशोर इपाचे,अंजनी उपाध्याय,राकेश मून इत्यादि ने देर आये दुरुस्त हो की भावना के साथ तत्काल किये जा रहे कार्य का स्वागत किया है परन्तु भविष्य में तय समय पर कार्य सम्पादित करने की नेक मांग की है जिससे अनावश्यक भाग दौड़ बच जावे।
जरूर पढ़ें...कॉंग्रेस नेत्री की करतूत..काम वाली बाई से करवाना चाहती थी देह व्यापार..मामला हुआ दर्ज
Very nice https://shramveerbharat.com/chaunka-dene-vala-b-leevud-ektres-ke-sath-film-fainensr-ne-kee-chheadchhaad-munbee-pulis-dvara-drj-prathmikee-riport/
ReplyDelete