जब नेत्रहीन कन्याओं ने दी भर भर के दुआएं..
तो सी.ए राजेश जैन की भी भर आई आंखें..
विकास की कलम/ जबलपुर मप्र
आज जहां शहर भर में फूहड़ता और शानों-शौकत से अपने जन्मदिन को मनाने का क्रेज चल रहा है। उस परिपेक्ष्य में शहर के समाज सेवी एवं भाजपा नेता सी.ए राजेश जैन के परिवार ने अपनी पारिवारिक खुशी कुछ अलग ही अंदाज में मनाई।
दरअसल मौका था सी.ए राजेश जैन के सुपुत्र ओणम जैन के जन्मदिवस का। ऐसे में परिवार के सभी लोग अपने अपने अंदाज में इस खुशी के पल को बिताना चाहते थे। लेकिन वो कहते है न कि पिता के संस्कार खुद ब खुद पुत्र में आ ही जाते है। लिहाजा ओणम जैन ने अपने जन्मोत्सव की खुशियां शहर की नेत्रहीन कन्याओं के साथ मनाने का फैसला किया।
ओणम जैन ने बचपन से ही अपने परिवार से जनसेवा का पाठ सीखा था। ऐसे में इस खास अवसर पर पुत्र ओणम की इक्षा सुनकर पूरा परिवार भाव विभोर हो गया। पूरे परिवार ने शहर के नेत्रहीन कन्या हाई स्कूल एवं छात्रावास जाकर जन्म उत्सव मनाने का फैसला किया।
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पुत्र ओणम के इस निर्णय से सारा परिवार काफी प्रभावित हुआ और बिना देरी किए पूरे परिवार ने नेत्रहीन कन्या शाला पहुंचने की तैयारी शुरू कर दी।
सी.ए राजेश जैन जैसे ही अपने पूरे परिवार के साथ नेत्रहीन कन्या शाला एवं छात्रावास पहुंचे। वहाँ मौजूद बच्चियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सबसे पहले तो पूरा परिवार नेत्रहीन बच्चियों और स्टाफ के साथ बैठा और बच्चियों को अपने परिवार से परिचय कराया।
इधर नेत्रहीन बच्चियों ने भी अपनी सुरीली आवाज में ओणम जैन के जन्मदिन पर बधाई गीत गाते हुए भर भर के दुआएँ देना शुरू कर दिया। इस अवसर ओणम जैन भी अपनी खास बहनों के साथ जन्मदिन की खुशियां बाटते हुए काफी खुश नजर आया।
जन्मदिन के इस अवसर पर ओणम जैन ने पूरे परिवार के साथ मिलकर तरह तरह की मिठाइयों से बच्चियों का मुंह मीठा कराया। लेकिन इस दौरान बिखरे आत्मीयता के हंसी ठहाकों के सामने मिठाई की मिठास भी फीकी सी लगने लगी। बाद में पूरे परिवार के साथ बच्चियों ने स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ लिया।
जन्मदिन के साथ रक्षाबंधन से दोगुनी हुई खुशी
इस दौरान सीए राजेश जैन को नेत्रहीन कन्याओं ने राखी बांधते हुए अपनी सुरीली आवाज में रक्षाबंधन के गीतों के माध्यम से दुआएं देना शुरू किया। इन खास बहनों के मुंह से भाई के लिए निकली मंगल कामनाएं सुनकर सीए राजेश जैन की आंखें भर आई। इस दौरान आत्मीय प्रेम का ऐसा नजारा देखने को मिला कि देखने वाले देखते रह गए। बाद में बच्चियों ने सफेद रसगुल्ले खाने की फरमाइश की जिस पर तत्काल ही सीए राजेश जैन ने बच्चियों के लिए सफेद रसगुल्लों की व्यवस्था कराकर उनका मुह मीठा कराया।इस अवसर पर सीए राजेश जैन के साथ उनकी माता जी श्रीमति विषम जैन,पत्नि अनुराधा जैन, पुत्र ओणम जैन, पुत्री यादवी जैन, साथी अभय रावत, कुन्दन ठाकुर, यश पाण्डेय,बबलू पाण्डेय, श्रीकांत जैन एवं अन्य साथी मौजूद रहे।
अब आप सोच रहे होंगे कि बात तो छोटी सी है..
इस पर खबर कैसी ...???
तो आपको बताना चाहूंगा कि...
बात सोच की ही है..
अब जरा आप भी सोचिए..
की यदि यह सोच समाज के हर घर और परिवार की हो जाए तो क्या नज़ारा रामराज्य जैसा नहीं हो जाएगा...
अगर हर इंसान अपनी इसी सोच के साथ अपनी खुशियां बिना दिखावे के जरूरतमंदों के साथ मनाये...
तो आप ही सोचिए कि आपकी इस सोच से आपके परिवार के साथ साथ सारे समाज की सोच बदल सकती है।
गौर फरमाइयेगा...
बस सोच ही तो बदलनी है...