वर्दी की गर्राहट..
विकलांग नौकर का पैसा नहीं दे रहे टीआई साहब
दतिया मध्यप्रदेश
वर्दी के रौब में पुलिसकर्मी किस तरह से गरीब लोगों का उत्पीड़न करते हैं इसका एक जीता-जागता उदाहरण दतिया के बडौ़नी में सामने आया है।
बड़ौनी के थाना प्रभारी रहे कमल गोयल ने अपने यहां पिछले 7 महीने से काम कर रहे एक विकलांग व्यक्ति मुकेश मांझी के घरेलू कार्य के बाकी बचे 11,200 रुपये नहीं दिए, उल्टे उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। परेशान यह व्यक्ति मुकेश पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के पास अपना दुखडा लेकर पहुंचा और उनसे थाना प्रभारी रहे कमल गोयल से अपने बाकी पैसे 11200 रुपए दिलवाने की मांग की।
इस पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बडौ़नी के थाना प्रभारी कमल गोयल को बुलवाया और उसे मौखिक आदेश दिया कि वह इस व्यक्ति के पैसे तुरंत चुकाएं।दरअसल टीआई कमल गोयल ने अपने यहां क्वार्टर की साफ-सफाई खाना बनाने और कपड़े धोने के लिए विकलांग मुकेश मांझी को 7000 रुपए प्रतिमाह की नौकरी पर रखा था। इस बीच उसका ट्रांसफर शिवपुरी हो गया लेकिन कमल गोयल ने अपने घरेलू नौकर मुकेश के बाकी पैसे देने के बजाय पचाने की नियत से उसे बंगले से भगा दिया और कहा कि उसके पास कोई पैसे नहीं है ।
यदि पैसे मांगने की ज्यादा कोशिश की तो उसे झूठे मामले में फंसा दिया जाएगा और थाने के पट्टे से उसकी खबर ली जाएगी। यह सुन मुकेश मांझी घबरा गया उसने एक शिकायती आवेदन के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई।
खास बात यह है कि पुलिस अधीक्षक के पैसे देने के निर्देश के बावजूद स्थानांतरित थाना प्रभारी कमल गोयल ने मुकेश मांझी को धमकाया और कहा कि वो थाने आए तब उसकी अच्छे से खबर लेता हूं। दिव्यांग मुकेश थाना प्रभारी की धमकी से घबराया हुआ है।