विकास की कलम/जबलपुर
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर आज 12 सितंबर को जिले में स्थित सभी शासकीय एवं अशासकीय शालाओं, आदिवासी विभाग द्वारा संचालित आश्रमों, मदरसों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में एक से उन्नीस वर्ष के बच्चों और किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल की गोलियों का सेवन कराया गया।
जिला स्तर पर इसकी शुरुआत पंडित लज्जा शंकर झा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मॉडल स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा एवं जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी द्वारा बच्चों को कृमि नाशक गोली एलबेंडाजोल का सेवन कराकर की ।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के संपर्क से होता है । कृमि संक्रमण से बच्चों का जहाँ एक ओर शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित होता है, वहीं दूसरी ओर उनमें खून की कमी व पोषण स्तर पर दुष्प्रभाव परिलक्षित होता है ।
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि सभी बच्चे कृमि नाशक गोली का सेवन अवश्य करें । कृमि संक्रमण से बच्चों का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है खून की कमी होने से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं हो पाता है। शहरी नोडल अधिकारी डॉ शत्रुघ्न सिंह दाहिया एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ विनोद गुप्ता ने भी बच्चों को एलबेंडाजोल गोली का सेवन कराया और साथ ही उनको इससे होने वाले फायदे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कृमि संक्रमण की रोकथाम के लिए खुले में शौच न करें, खाना खाने के पहिले एवं शौच के बाद साबुन से हाथ धोयें, हमेशा जूते चप्पल पहनकर ही घर के बाहर निकलें, फलों एवं सब्जियों का धोकर उपयोग करें तथा नाखून छोटे व साफ रखें।
इस अवसर पर बताया गया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर आज जो बच्चे किसी कारण से गोली खाने से छूट गये हैं, उन्हें 15 सितम्बर को मॉप-अप दिवस का आयोजन कर कृमि नाशक गोली का सेवन कराया जायेगा । कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जया श्रीवास्तव एवं डॉ विनीता उप्पल, मॉडल स्कूल के प्राचार्य मुकेश तिवारी एवं यूनिसेफ से सत्यप्रकाश श्रीवास्तव भी मौजूद थे ।