वाह रे.. सरकारी सिस्टम.. बच्चों के हांथों में किताबों की जगह झाडू..
नील तिवारी- विकास की कलम जबलपुर,
सरकार के द्वारा किए जा रहे शिक्षा और बाल विकास के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता हुआ एक वीडियो सामने आया है । जिसमें अपना भविष्य उज्जवल करने स्कूल में आने वाले छात्र-छात्राओं से ही झाड़ू लगवाई जा रही है, स्थानीय निवासियों का यह भी आरोप है कि मध्यान भोजन के बाद बर्तन भी इन्हीं छात्रों से धुलवाए जाते हैं।
यह है पूरा मामला
जबलपुर के पनागर खंड के ब्लाक पिपरिया के प्राथमिक शाला का एक वीडियो स्थानीय निवासियों के द्वारा बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किया गया। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्कूल के छात्र कक्षाओं एवं स्कूल के बाहर झाड़ू लगा रहे हैं । स्कूल की एक शिक्षिका भी उन बच्चों के पास ही खड़ी है जो वीडियो बनाने वाले को मना करती हुई नजर आ रही है। वीडियो के सामने आने के बाद जब स्कूल की प्रभारी वीणा सिंह से इस मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने बिना किसी संकोच के यह स्वीकार किया कि स्कूल में झाड़ू लगाने के लिए कोई चपरासी नहीं है इसलिए स्वच्छता अभियान के तहत बच्चों को झाड़ू लगवा कर स्वच्छता सिखाई जा रही है ।
ग्राम पंचायत पर फोड़ा ठीकरा
प्रभारी वीणा सिंह ने इस पूरी घटना का ठीकरा ग्राम पंचायत पर फोड़ते हुए कहा कि 2008 से यहां पर पदस्थ हैं एवं आज तक ग्राम पंचायत के द्वारा कोई सफाई कर्मचारी नहीं दिया गया । हालांकि इससे यही प्रतीत होता है कि वर्ष 2008 से ही झाड़ू लगाने एवं सफाई करने का कार्य स्कूली छात्र-छात्राओं से ही कराया जा रहा है।
वीडियो की जांच के बाद की जाएगी कार्यवाही
इस मामले में जब हमारे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम दास सोनी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह वीडियो अभी उनके संज्ञान में आया है इसकी जांच कर त्वरित कार्यवाही की जावेगी