Vikas ki kalam

वाह रे.. सरकारी सिस्टम.. बच्चों के हांथों में किताबों की जगह झाडू..

  

वाह रे.. सरकारी सिस्टम.. बच्चों के हांथों में किताबों की जगह झाडू..




- विकास की कलम जबलपुर,

सरकारी डर्रा कैसे काम करता है ये किसी को बताने की जरुरत नहीं है. बस इतना जुगाड़ हो जाए की एक बार इसमें एंट्री हो जाए... फिर क्या 10 उंगली घी में और मुँह काढ़ाही मे समझो...

वैसे तो आपने सरकारी शिक्षा विभाग के कई करानामे देखें होंगे लेकिन आज तो हद तब हो गई जब मासूमों के हाथ से किताब छुड़ाकर उन्हें झाडू थमाते हुए स्कूल की सफाई ही करवा डाली...

सबसे ख़ास बात यह है की जब इसका कारण जिम्मेदारों से पूछा गया तो उन्होंने... बड़ी बेशर्मी से जबाब देते हुए कुछ ऐसा कह डाला की मोदीजी ji भी शर्म से पानी पानी हो जाएँ...

सरकार के द्वारा किए जा रहे शिक्षा और बाल विकास के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता हुआ एक वीडियो सामने आया है । जिसमें अपना भविष्य उज्जवल करने स्कूल में आने वाले छात्र-छात्राओं से ही झाड़ू लगवाई जा रही है, स्थानीय निवासियों का यह भी आरोप है कि मध्यान भोजन के बाद बर्तन भी इन्हीं छात्रों से धुलवाए जाते हैं। 

यह है पूरा मामला

सरकारी अरमानों का अस्थि कलश अपनी छाती पर उठाये बेशर्मी से अपनी करतूतों पर अक्सर पर्दा डालने वाले शिक्षा विभाग ने इस बार ऐसी नजीर पेश की है... जिसे देखकर हर भारतीय शर्म से पानी पानी हो जएगा.

दरअसल जबलपुर के पनागर खंड के ब्लाक पिपरिया के प्राथमिक शाला का एक वीडियो स्थानीय निवासियों के द्वारा बनाकर सोशल मीडिया में वायरल किया गया।बताया जा रहा है की इस मुद्दे को लेकर पहले ग्रामीणों ने विभाग से शिकायत की थी! लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई तो शिक्षा विभाग की करतूत वाला यह वीडियो उन्होंने सोशल मिडिया में डाल दिया...


इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्कूल के छात्र कक्षाओं एवं स्कूल के बाहर झाड़ू लगा रहे हैं । स्कूल की एक शिक्षिका भी उन बच्चों के पास ही खड़ी है जो वीडियो बनाने वाले को मना करती हुई नजर आ रही है। वीडियो के सामने आने के बाद जब स्कूल की प्रभारी वीणा सिंह से इस मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने बिना किसी संकोच के यह स्वीकार किया कि स्कूल में झाड़ू लगाने के लिए कोई चपरासी नहीं है इसलिए स्वच्छता अभियान के तहत बच्चों को झाड़ू लगवा कर स्वच्छता सिखाई जा रही है ।


बच्चा बोला -

जब झाड़ू ही लगाना है तो घर पर ही क्यों न लगा लूं

वहां तो बर्तन भी धुलवाते है. बच्चा संकोच में बोला की स्कूल में चपरासी नहीं है लिहाजा सारे काम हम सब को मिलकर करना पड़ता है......

 


ग्राम पंचायत पर फोड़ा ठीकरा


प्रभारी वीणा सिंह ने इस पूरी घटना का ठीकरा ग्राम पंचायत पर फोड़ते हुए कहा कि 2008 से यहां पर पदस्थ हैं एवं आज तक ग्राम पंचायत के द्वारा कोई सफाई कर्मचारी नहीं दिया गया । हालांकि इससे यही प्रतीत होता है कि वर्ष 2008 से ही झाड़ू लगाने एवं सफाई करने का कार्य स्कूली छात्र-छात्राओं से ही कराया जा रहा है।


वीडियो की जांच के बाद की जाएगी कार्यवाही

इस मामले में जब हमारे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम दास सोनी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह वीडियो अभी उनके संज्ञान में आया है इसकी जांच कर त्वरित कार्यवाही की जावेगी




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