मंत्रालय की आग पर बोले - सीएम मोहन यादव
विकास की कलम /भोपाल
प्रदेश की राजधानी भोपाल में सुबह एक बड़ी वारदात घट गई दरअसल वल्लभ भवन के गेट नंबर 5 और 6 के बीच बड़ी बिल्डिंग की 4, 5 और 6 वीं मंजिल पर उठने वाले धुएं के काले गुबार ने सभी को अचंभित कर दिया। इससे पहले की किसी को कुछ पता चल पाता अचानक की लंबी-लंबी आज की लपटों ने वल्लभ भवन की इमारत को चारों ओर से घेर लिया।
मंत्रालय में आग लगने की सूचना नगर निगम फायर कंट्रोल रूम को विशाल खरे ने तत्काल ही जानकारी दी। इसके बाद कंट्रोल रूम से चार दमकलों को भेजा गया। आज की भयावता को देखते हुए बड़े पैमाने पर आग बुझाने का प्रयास किया गया । जहां भोपाल, रायसेन, विदिशा के अलावा एयरपोर्ट, बीएचईएल और सेना की 40 से अधिक दमकलें आग बुझाने के प्रयास में जुटी रही।
बता दें कि आग सुबह करीब 9:30 बजे आग लगी तो लोगो ने कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। इसके करीब 15 मिनट बाद दमकलें पहुंची और आग बुझाना शुरू किया। आग जिस हिस्से में लगी है, वह वल्लभ भवन की पुरानी बिल्डिंग है। बताया जा रहा है कि आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल रहे हैं। भोपाल का फायर अमला मौके पर मौजूद है।
जानिए मंत्रालय की आग पर क्या सीएम मोहन यादव
प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव ने अचानक लगी इस आग पर चिंता जताते हुए कहा कि अचानक हुई इस घटना ने हमें फिर से अलर्ट मोड पर ला दिया है। फिर आगजनी जैसी कोई घटना ना हो, इसके लिए आज ही निर्देश जारी किए हैं। बिल्डिंग में पांच कर्मचारी फंसे थे, सभी को बाहर निकाल लिया गया है। दो कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया है। इधर आग बुझाने के लिए सेना के टैंकर बुलाए जा रहे हैं।
विपक्ष बोला- कहीं इस आग में स्वाहा तो नहीं कर दिए भ्रष्टाचार के सबूत
वल्लभ भवन की आग ने एक बार फिर से विपक्ष को एक नया मौका दे दिया है कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर कई सवालिया निशान खड़े किए हैं। वल्लभ भवन के पास पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि यह आग भ्रष्टाचार के पाप को छुपाने के लिए सरकार ने लगाई है। इधर पुलिस ने जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार को मंत्रालय में घुसने से रोक दिया। इसके चलते पुलिस अधिकारी से उनकी तीखी बहस हो गई। जीतू पटवारी ने मंत्रालय में न घुसने देने के विरोध में कांग्रेस नेताओं के साथ धरना शुरू कर दिया।