असली क्राइम ब्रांच के दफ्तर में नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी
विकास की कलम /ग्वालियर
अजब एमपी की गजब दास्तान में एक और फर्जी अधिकारी का अध्याय जोड़ने जा रहा है ग्वालियर में एक फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर असली क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया। दरअसल फर्जी अफ़सर एक लेनदेन के मामले में, व्यापारी को धमकाते हुए ठगने की कोशिश कर रहा था, लेकिन व्यापारी ने सूझबूझ दिखाते हुए फर्जी क्राइम ब्रांच के अधिकारी के बताए पते की जगह,उल्टा ही क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंच गया। जहां जाकर उसे पता चला कि धमकाने वाला अफसर कोई फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी है इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया। और फिर असली क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने नकली क्राइम ब्रांच के अधिकारी को दबोचने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया। क्राइम ब्रांच गी रफ़्तार में आया आरोपी झांसी का रहने वाला है। जो ग्वालियर में 10 साल से ट्रैवल एजेंसी में ड्राइवर है, क्राइमब्रांच आरोपी से पूछताछ में जुट गई है।
ग्वालियर में रहने वाले राजकुमार शर्मा के मोबाइल पर शनिवार को एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को क्राइम ब्रांच का ऑफिसर आशीष गुर्जर बताया...आशीष ने राजकुमार से कहा कि तुम्हारे खिलाफ एक शिकायत क्राइम ब्रांच के पास पहुंची है। जिसमें कुछ लोगों ने तुम्हारे खिलाफ लेनदेन की शिकायत की है। इस मामले में तुमसे पूछताछ करना है। कथित अफ़सर ने राजकुमार को सोमवार को थाटीपुर के ASP दफ्तर के पास आने को कहा। साथ ही राजकुमार से अपना नंबर सेव करने को कहा। इसी बीच फोन करने वाला लगातार राजकुमार से कह रहा था कि तुम्हें अगर यह लगता है कि मैं क्राइम ब्रांच में नहीं हूं। तो तुम मेरा व्हाट्सएप डीपी चेक कर लेना। लेकिन राजकुमार ने इस पर ज्यादा गौर नहीं किया। और उसने सोमवार को थाटीपुर में एसपी दफ्तर पहुंचने का भरोसा दिलाया। सोमवार को जब राजकुमार थाटीपुर में एसपी दफ्तर पहुंचे तो वहां यह खुलासा हुआ कि आशीष गुर्जर नाम का कोई आधिकारिक कर्मचारी क्राइम ब्रांच में नही है। जब राजकुमार ने अधिकारियों से इसकी शिकायत की तो अधिकारियों तत्काल मोबाइल को ट्रेस कर आशीष गुर्जर को दबोच लिया। पुलिस के हाथ आए आशीष गुर्जर का असली नाम आशीष पांडे है.. आशीष ने बताया कि वह झांसी का रहने वाला है बीते 10 साल से ग्वालियर में ट्रैवल एजेंसी में ड्राइवरी का काम करता है। अब क्राइम ब्रांच आशीष से पूछताछ कर उसके द्वारा किए गए अन्य आपराधिक वारदातों के सिलसिले में जानकारी हासिल कर रही है।
राजकुमार शर्मा, फरियादी
रिषकेश मीणा, ASP ग्वालियर