Vikas ki kalam

आखिर कौन चला रहा है..नकली NCERT किताबों का नेक्सेस

आखिर कौन चला रहा है..नकली NCERT किताबों का नेक्सेस 



 


*शहर में बिक रही नकली एन.सी.ई.आर.टी की किताबें*
*नई दिल्ली के अधिकारियों ने एन.सी.ई.आर.टी. की नकली किताबें बेचने की पुलिस से की शिकायत*
*जबलपुर अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह से की शिकायत*
*शिकायत के बाद 2 बुक दुकान संचालकों के खिलाफ हुआ मामला दर्ज*
*दो दुकानों से एक हजार एन.सी.ई.आर.टी. की नकली किताबें पुलिस ने की जप्त*
*सेंट्रल बुक डिपो और विनय पुस्तक सदन से की गई एक हजार नकली किताबें*
*जबलपुर के थाना लार्डगंज और यादव कॉलोनी पुलिस चौकी का मामला*

विकास की कलम/जबलपुर

मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में फर्जीवाड़े का, एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां पर कुछ बुक स्टॉल पर नकली NCERT की किताबें बिक रही है। ज्ञात हो की , एनसीईआरटी की किताबें विशेषज्ञों की देख-रेख में, मानकों के अनुकूल तैयार की जाती है। इसी बीच हैरानी की बात यह सामने आई है कि, एनसीईआरटी की हूबहू नकली किताबें जबलपुर की कुछ दुकानों में बेची जा रही है।

इस गोरखधंधे की पोल तब खुली जब, NCERT दिल्ली के व्यापार प्रबंधक, भूपेंद्र सिंह को जबलपुर शहर में NCERT की नकली किताबें बेचे जाने की सूचना, अपने नई दिल्ली मुख्यालय से मिली। इसके बाद उन्हें और सहायक उत्पादन अधिकारी दीपक जायसवाल को सक्षम अधिकारी के रूप में इसकी जांच के लिए अधिकृत किया गया।

NCERT की टीम ने इसकी सूचना जबलपुर के पुलिस अधीक्षक , आदित्य प्रताप सिंह को देते हुए, सेंट्रल बुक डिपो और विनय पुस्तक सदन से , कक्षा 9वी की कुछ NCERT की किताबे खरीदी। जो कि जांचने पर नकली पाई गई।

इस मामले में सेंट्रल बुक डिपो के सचांलक तनिष्क चौरसिया और, विनय पुस्तक सदन के संचालक मनोज गुप्ता द्वारा, NCERT की नकली किताबें बेचकर, शासन को आर्थिक नुकसान पहुचाने और खरीददारों के साथ धोखाधड़ी करना पाये जाने पर, धारा 63, 65 कापी राईट एक्ट और धारा 420 का अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है । अब इनसे पूछताछ की जा रही है कि, यह नकली किताबें कंही से लाते थे या। किसी प्रिंटर की मिली-भगत से इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा था ।

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